एक तरफ देश जहां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में व्यस्त था, वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के बहराइच में बवाल के बाद हिंसा की नौबत आ गई. 13 अक्टूबर को बहराइच के महाराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान दो समुदायों में जबरदस्त हंगामा हुआ. डीजे को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि बात गोलीबारी तक पहुंच गई. हिंसा में इस एक 22 साल के युवक की मौत और कई लोगों के घायल होने की खबर है. मृतक की पहचान रामगोपाल मिश्रा के रूप में हुई है. बहरहाल ये कहानी का एक पहलू है. हम आपको इसके दूसरे पहलू के बारे में भी बताते हैं कि विवाद की शुरुआत आखिर कैसे हुई?
कैसे हिंसक हो गई पूरी लड़ाई
बहराइच हिंसा मामले के चर्चा में आने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इसमें एक शख्स है जो एक घर की छत पर चढ़ा हुआ है. ये कोई नहीं, हिंसा में मौत का शिकार हुआ रामगोपाल मिश्रा है. वीडियो में एक घर है जिस पर हरे रंग का झंडा फहरा रहा है. देखा जा सकता है कि छत पर चढ़े रामगोपाल मिश्रा ने पूरा जोर लगाकर छत पर लहरा रहे हरे झंडे को उतारा और उसकी जगह दूसरा झंडा फहरा दिया. इस दौरान छत की रेलिंग तक टूट गई. यहीं से हिंसा की शुरुआत हुई.
झंडा हटाने की कोशिश के बाद फैला तनाव
छत से हरा झंडा हटाने की कथित कोशिश के बाद तनाव फैल गया. घर से फायरिंग हुई और फिर पथराव शुरू हुआ. इसी पथराव में मूर्ति टूट गई और फिर क्या था, विवाद चरम पर पहुंच गया. भीड़ भड़की, जमकर तोड़फोड़ की गई, घरों के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई, आगजनी होने लगी, चुन-चुनकर दुकानों को निशाना बनाया गया. पुलिस ने फिर किसी तरह भीड़ को काबू किया. भीड़ को शहर से दूर किया गया.
सीएम योगी ने दिए दंगाइयों से सख्ती से निपटने के निर्देश
बता दें कि 13 अक्टूबर को शुरू हुआ विवाद अभी भी जारी है. पुलिस ने मामले में सलमान नामक युवक को नामजद किया. कई और लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दंगाइयों से सख्ती से निपटने और अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. साथ ही ताजा हालात पर रिपोर्ट मांगी है.
हिंसा के बीच बहराइच के कई इलाकों में इंटरनेट बंद किया गया है. महसी और महराजगंज सहित कई इलाकों में इंटरनेट बंद है, ताकि सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भड़काया ना जा सके.