उत्तर प्रदेश के अयोध्या में शनिवार देर शाम अयोध्या जिला प्रशासन के कर्मचारी शिवम यादव की सड़क हादसे में मौत (Ayodhya SDM's Steno Death) हो गई. वह एसडीएम सोहावल के यहां स्टेनो के पद पर कार्यरत था. उसकी मृत्यु की सूचना पाकर पहुंचे परिवारजनों ने जिला अस्पताल में हंगामा किया और सड़क जाम कर दी. परिवारवालों का आरोप है कि एसडीएम मृतक शिवम यादव को प्रताड़ित करते थे और अपमानित किया करते थे. आरोप ये भी है कि अभी हाल ही में एसडीएम ने स्टेनो शिवम यादव का सिर मुड़वा दिया था.
धरने पर बैठे सांसद अवधेश प्रसाद
परिवार और रिश्तेदार एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई. समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद और पूर्व मंत्री पवन पांडे ने वहां पहुंचकर घटना पर आक्रोश जताया.
सांसद अवधेश प्रसाद पार्टी के अन्य नेताओं के साथ एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. उनका दावा है कि स्टेनोग्राफर की मौत के लिए एसडीएम ही जिम्मेदार हैं और हादसा संदिग्ध है. अवधेश प्रसाद ने कहा, " यह विचारधारा की लड़ाई है. मैं इस मुद्दे को संसद में सरकार और देश के सामने उठाऊंगा. अन्याय के खिलाफ हमारा विरोध जारी रहेगा."
वहीं अयोध्या के ज़िला मजिस्ट्रेट चंद्र विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने परिवार से बात की है. इसके आधार पर इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
सड़क हादसे में SDM के स्टेनो की मौत
शिवम को अयोध्या जिले की सोहावल तहसील में अपने पिता राजकुमार यादव की जगह मृतक आश्रित कोटे में नौकरी मिली थी. शनिवार देर शाम उसे किसी वाहन के टक्कर मार दी. शिवम के पिता राजकुमार यादव सेना में थे, कुछ वर्षों पहले वह नक्सली हमले में शहीद हो गए थे. सरकार ने राजकुमार यादव की जगह उनके बेटे शिवम यादव को उत्तर प्रदेश सरकार में स्टोनों के पद नौकरी दी थी. वह फिलहाल एसडीएम सोहावल के यहां स्टोनो के पद पर कार्यरत था. परिजनों का आरोप है कि एसडीएम सोहावल उसके साथ बहुत क्रूरता से पेश आते थे और हमेशा अपमानित करते थे. कुछ दिन पहले उसके बाल मुड़वा दिए थे.
पुलिस ने हंगामे के बाद परिजनों को समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया है. मामले की तफ्तीश शुरू कर दी गई है.