- उत्तर प्रदेश के बरेली में ASP अंशिका वर्मा प्रदेश की पहली महिला SOG यूनिट का नेतृत्व कर रही हैं
- यह SOG टीम महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने और उपद्रव की स्थिति में नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए प्रशिक्षित है
- महिला कमांडो आधुनिक हथियारों और मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण प्राप्त कर भीड़ नियंत्रण करती है
उत्तर प्रदेश के बरेली में हालिया उपद्रव और तनावपूर्ण माहौल के बीच जिस टीम ने सड़कों पर उतरकर सुरक्षा और विश्वास का माहौल बनाने का काम किया है, उसकी कमान संभाल रही हैं ASP अंशिका वर्मा. महिला SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की यह यूनिट प्रदेश की पहली महिला कमांडो यूनिट है, और इसकी जिम्मेदारी अंशिका वर्मा जैसे जुझारू अफसर के हाथों में है.
ASP अंशिका वर्मा ने कहा, “महिला SOG महिलाओं के खिलाफ होने वाले हर अपराध को रोकने में सक्षम है. हमारी टीम सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा ही नहीं, बल्कि बवाल या उपद्रव की स्थिति में आम नागरिकों को भी सुरक्षित रखने के लिए प्रशिक्षित है.
2021 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं अंशिका वर्मा
अंशिका वर्मा 2021 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. यूपीएससी में सफल होने से पहले उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार में बी.टेक. की डिग्री ली थी. उनकी पहली पोस्टिंग आगरा के फतेहपुर सीकरी थाने में SHO के रूप में हुई. इसके बाद में उन्हें 18 दिसंबर 2023 को गोरखपुर में ASP नियुक्त किया गया.
बरेली की सड़कों पर महिला SOG की तैनाती
बरेली बवाल के दौरान महिला SOG की टीम ने सड़कों पर पेट्रोलिंग कर आम जनता में भरोसा जगाने का काम किया. महिलाओं के बीच यह टीम सुरक्षा की भावना पैदा करने में सफल रही. अत्याधुनिक हथियारों से लैस ये कमांडो किसी भी उपद्रव से निपटने के लिए तैयार हैं.
इन महिला कमांडो को मार्शल आर्ट और आधुनिक हथियारों का प्रशिक्षण दिया गया है. यही नहीं, भीड़ नियंत्रण से लेकर शांति बहाली तक, हर तरह की रणनीति में ये पूरी तरह सक्षम हैं.
प्रयागराज की रहने वाली हैं अंशिका वर्मा
अंशिका वर्मा मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं. उन्होंने बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपीएससी में सफलता हासिल की. जुझारू और सख्त प्रशासनिक शैली के लिए पहचानी जाने वाली अंशिका अब बरेली की ASP के तौर पर कार्यरत हैं. महिला सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की मजबूती को लेकर उनका दृष्टिकोण बेहद साफ है.
क्यों हुई है महिला कमांडो की तैनाती
बरेली में तैनात यह महिला कमांडो यूनिट प्रदेश की पहली महिला SOG यूनिट है. इनका मुख्य उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकना और उपद्रवियों को कानून के दायरे में लाना है. अधिकारियों का कहना है कि महिला कमांडो की मौजूदगी न केवल अपराधियों में डर पैदा करती है बल्कि महिलाओं को सामाजिक और सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा का एहसास भी कराती है.
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