देश भर में शुक्रवार को नमाज के बाद पैगंबर (Prophet) के बारे में बीजेपी नेताओं की विवादित टिप्पणी के विरोध में जमकर विरोध प्रदर्शन (Protest) हुए. प्रयागराज (Prayagraj) में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और कुछ मोटरसाइकिलों और गाड़ियों में आग लगा दी. एक पुलिस वाहन में भी आग लगाने का प्रयास किया गया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और लाठियों का इस्तेमाल किया. प्रयागराज में इस मामले में 68 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शहर के प्रभावित इलाके में बड़ी तादाद में सुरक्षा बल तैनात है.
शुक्रवार को हुई घटना को लेकर प्रयागराज के जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने कहा कि ''मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज की तरफ भीड़ आने वाली थी. हमें इसका पता था, इसलिए हमने पर्याप्त फोर्स लगा रखी थी. हमने लोगों को गलियों में ही रोक लिया. जब वे आगे नहीं आ पाए तो उन्होंने धीरे-धीरे पथराव शुरू किया. उसके बाद हमने हल्का बलप्रयोग करके उनको हटाया.'' उन्होंने कहा कि ''नमाज होने के बाद एकदम से भीड़ के आने से प्रतीत होता है कि कहीं न कहीं कुछ प्लानिंग पहले से थी.''
उन्होंने कहा कि "हम सभी जगहों पर नजर रख रहे हैं, धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है. एफआईआर दर्ज कर ली गई है. हमने 68 लोगों को गिरफ्तार किया है. दो और लोगों को हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ हो रही है. सोशल मीडिया पर हमारी नजर है. फोर्स तैनात है.''
प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने कहा कि ''प्रयागराज हिंसा मामले में पुलिस ने जावेद अहमद उर्फ पम्प को हिरासत लिया है. उसके मोबाइल में कई अहम सुबूत मिले हैं. उसकी बेटी दिल्ली में पढ़ती है. उसकी भूमिका की भी जाच की जा रही है. एआईएमआईएम (AIMIM) के कुछ नेताओं पर भी शक है. अगर जांच में दोषी पाए जाते हैं तो उन पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई होगी.''
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