अब मृत व्यक्ति का आधार नंबर होगा बंद! UIDAI का बड़ा फैसला, हर परिवार को जाननी चाहिए ये बात

Aadhaar Card After Death: UIDAI का साफ कहना है कि अगर किसी परिवार के सदस्य की मृत्यु हो जाती है और मृत्यु प्रमाण पत्र मिल जाता है, तो जल्द से जल्द 'माय आधार' पोर्टल पर जाकर जानकारी जरूर दें. इससे ना सिर्फ रिकॉर्ड अपडेट रहेगा, बल्कि उस आधार नंबर का गलत इस्तेमाल भी रोका जा सकेगा.

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Aadhaar Card Deactivation: आधार नंबर एक 12 अंकों की खास पहचान होती है जो हर भारतीय नागरिक को दी जाती है. लेकिन किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका आधार नंबर बंद करना जरूरी हो जाता है ताकि कोई उसका गलत उपयोग न कर सके.
नई दिल्ली:

अगर आपके परिवार में किसी सदस्य की मौत हो चुकी है और उनका आधार नंबर अभी भी एक्टिव है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. UIDAI यानी आधार जारी करने वाली एजेंसी अब उन आधार नंबरों को बंद कर रही है जो मृत व्यक्तियों के हैं, ताकि उनकी पहचान का किसी तरह से गलत इस्तेमाल न हो सके.

आधार नंबर एक 12 अंकों की खास पहचान होती है जो हर भारतीय नागरिक को दी जाती है. लेकिन किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका आधार नंबर बंद करना जरूरी हो जाता है ताकि कोई उसका गलत उपयोग न कर सके.यह काम अब पहले से आसान बना दिया गया है. 

परिवार के सदस्य की मौत के बाद उनका आधार बंद करना जरूरी

UIDAI ने 'माय आधार' पोर्टल पर 9 जून 2025 को एक नई सेवा शुरू की है, जिसका नाम है "परिवार के सदस्य की मृत्यु की सूचना". इस सुविधा के जरिए कोई भी व्यक्ति अपने परिवार के दिवंगत सदस्य की जानकारी देकर उनका आधार बंद करवाने के लिए आवेदन कर सकता है.

कैसे करें आवेदन, कौन से डॉक्युमेंट लगेंगे?

अगर आप अपने परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु की जानकारी UIDAI को देना चाहते हैं, तो आपको 'माय आधार' पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा. इसके लिए आपके पास मृत व्यक्ति का आधार नंबर, मृत्यु प्रमाण पत्र की जानकारी और अपनी पहचान से जुड़े डॉक्युमेंट होने चाहिए.

यह सुविधा अभी देश के 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू की गई है, बाकी राज्यों में भी जल्द शुरू करने की तैयारी चल रही है.

अब तक कितने आधार नंबर हो चुके हैं बंद?

UIDAI ने भारत सरकार के महापंजीयक (Registrar General of India) से आधार से जुड़े मृत्यु रिकॉर्ड साझा करने का अनुरोध किया था. इसके तहत करीब 1.55 करोड़ मृत्यु रिकॉर्ड मिले, जिनमें से जरूरी जांच के बाद 1.17 करोड़ आधार नंबर बंद कर दिए गए हैं.

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इसके अलावा, जिन राज्यों में सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (CRS) का इस्तेमाल नहीं होता, वहां भी UIDAI काम कर रहा है. अब तक वहां से करीब 6.7 लाख रिकॉर्ड मिले हैं, जिन्हें बंद करने की प्रक्रिया जारी है.

100 साल से ऊपर की उम्र वाले आधार नंबर भी हो रहे हैं चेक

UIDAI यह भी सुनिश्चित करना चाहता है कि जिन लोगों की उम्र 100 साल से ज्यादा है, वो वाकई में जीवित हैं या नहीं. इसके लिए राज्य सरकारों को ऐसे आधार धारकों का डेटा भेजा जा रहा है, और जब तक यह कन्फर्म नहीं हो जाता, तब तक उनका आधार नंबर बंद नहीं किया जाएगा.

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UIDAI की अपील, परिवार के सदस्य की मृत्यु के बाद आधार बंद करना न भूलें

UIDAI का साफ कहना है कि अगर किसी परिवार के सदस्य की मृत्यु हो जाती है और मृत्यु प्रमाण पत्र मिल जाता है, तो जल्द से जल्द 'माय आधार' पोर्टल पर जाकर जानकारी जरूर दें. इससे ना सिर्फ रिकॉर्ड अपडेट रहेगा, बल्कि उस आधार नंबर का गलत इस्तेमाल भी रोका जा सकेगा.

क्यों है यह जरूरी?

आज के डिजिटल जमाने में आधार कार्ड कई अहम सेवाओं से जुड़ा होता है बैंक, सब्सिडी, सरकारी स्कीम, पेंशन आदि. ऐसे में अगर मृत व्यक्ति का आधार एक्टिव रहता है, तो इसका गलत फायदा उठाया जा सकता है, जो परिवार और सिस्टम दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

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UIDAI का यह कदम आधार की सुरक्षा और पारदर्शिता को बनाए रखने की दिशा में बड़ा और अहम कदम है.

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