देश में आज से कई शहरों में टमाटर को सस्ती दर में बेचने की तैयारी कर ली गई है. आज से दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ और पटना सहित देश के चुने हुए बड़े शहरों में सस्ते रेट पर टमाटर की बिक्री शुरू की जाएगी. बुधवार को खाद्य मंत्रालय के उपभोक्ता मामलों के विभाग ने टमाटर के बढ़ते खुदरा कीमत पर अंकुश लगाने के लिए प्रमुख उपभोग केंद्रों में वितरण के लिए आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से टमाटर की खरीद का निर्देश दिया था.
कहां बिकेगा
जिन बड़े शहरों में पिछले एक महीने में टमाटर की खुदरा कीमतों में ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई है वहां के चुने हुए खुदरा बिक्री केंद्रों में नेशनल कोपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन (National Cooperative Consumers Federation एनसीसीएफ) आज से 90 रुपया प्रति किलो की रेट से टमाटर की बिक्री शुरू करेगा. एनसीसीएफ ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.
नेशल एग्रीकल्चरल कोपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन (NAFED) और NCCF ने तीन राज्यों की मंडियों से टमाटर खरीदा .
जहां ज्यादा महंगा वहां ज्यादा बिक्री
बता दें कि केंद्र ने बुधवार को सहकारी समितियों नेफेड और राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) को आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से टमाटर खरीदने का निर्देश दिया था. आम लोगों को राहत देने के लिए प्रमुख उपभोक्ता केंद्रों पर घटी दरों के साथ टमाटर वितरित किए जाने के इरादे से सरकार ने यह फैसला किया था. गौरतलब है कि पिछले एक महीने में टमाटर की खुदरा कीमतों तेजी से बढ़ी हैं.
दिल्ली में एनसीसीएफ शुक्रवार सुबह 11 बजे सभी 11 जिलों में 30 मोबाइल वैन के जरिए बिक्री शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि पहले दिन लगभग 17,000 किलोग्राम टमाटर बेचे जाएंगे.
रिटेल आउटलेट और मोबाइल वैन तथा ट्रकों से होगी बिक्री
फिलहाल ट्रक में लादा गया है और रिटेल आउटलेट पर भेजने की पूरी तैयारी हो चुकी है. आज से बिक्री शुरू होगी. नेफेड और एनसीसीएफ के आउटलेट पर बिक्री होगी. साथ ही कहा जा रहा है कि मोबाइल वैन या फिर ट्रक पर ही बेचा जा सकता है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि 14 जुलाई से दिल्ली-एनसीआर के उपभोक्ताओं को घटी दरों पर खुदरा दुकानों के जरिए टमाटर बेचे जाने की बात कही थी.
गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने से देश के कई हिस्सों में टमाटर की खुदरा कीमतें 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई हैं. मंत्रालय के अनुसार पिछले एक महीने में जिन स्थानों पर खुदरा कीमतें राष्ट्रीय औसत से अधिक रही हैं, वहां टमाटर घटी कीमतों पर वितरित किए जाएंगे. मंत्रालय ने कहा कि जिन स्थानों पर टमाटर की खपत अधिक है, वितरण के लिए उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी.
मंत्रालय का कहना है कि आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर में टमाटर का उत्पादन कम होता है. इसके अलावा जुलाई में मानसून के चलते आवागमन संबंधी बाधाओं के चलते भी कीमतें बढ़ी हैं.
दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में आवक मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश से होती है. इसके अलावा दक्षिण के राज्य टमाटर उत्पादन में अग्रणी रहे हैं. मंत्रालय ने कहा कि नासिक जिले से नई फसल की आवक जल्द होने की उम्मीद है. इससे बाजार में टमाटर के दाम स्वाभाविक रूप से कम हो जाएंगे.