टाटा मोटर्स (Tata Motors) अगले सप्ताह से अपने यात्री वाहनों की पूरी श्रृंखला की कीमतों में वृद्धि करने की योजना बना रही है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस्पात और दूसरी कीमती धातुओं सहित कच्चे माल की खरीद लागत में बढ़ोतरी के चलते कीमतों में बढ़ोतरी जरूरी हो गई है. टाटा मोटर्स घरेलू बाजार में Tiago, Nexon, Harrier और Safari जैसे यात्री वाहनों को बेचती है.
टाटा मोटर्स के अध्यक्ष, यात्री वाहन व्यापार इकाई (पीवीबीयू) शैलेश चंद्र ने बताया, ‘हमने पिछले एक साल में इस्पात और कीमती धातुओं के दाम में बेहद तेज वृद्धि देखी है. पिछले एक साल में जिंस की कीमतों में वृद्धि का वित्तीय प्रभाव हमारे राजस्व पर 8-8.5 प्रतिशत तक है.' उन्होंने कहा कि कंपनी ने अब तक कच्चे माल की लागत में वृद्धि का केवल एक छोटा सा हिस्सा ही ग्राहकों पर डाला है.
चंद्रा ने कहा, ‘हमने ग्राहकों पर सिर्फ 2.5 प्रतिशत भार डाला है, और शोरूम कीमत के आधार पर यह लगभग तीन प्रतिशत होगा. इसलिए कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी के मुकाबले यह बेहद कम है.' उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स ग्राहकों पर मल्य वृद्धि का भार नहीं डालना चाहती थी, इसलिए विभिन्न पहलों के जरिए कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी को कम करने के प्रयास किए गए.
दबी मांग, पुराने ऑर्डरों को पूरा करने के लिए वाहन कंपनियों ने बढ़ाया प्रोडक्शन
चंद्रा ने कहा, ‘लेकिन अंतर अभी भी बाकी है और जरूरी वस्तुओं की कीमतें अभी भी ऊंची बनी हुई हैं. इसलिए अब हम अगले सप्ताह से कीमतों में बढ़ोतरी करने को मजबूर हैं.'
Maruti Suzuki ने भी बढ़ाई थी कीमतें
बता दें कि इसके पहले इसी महीने मारुति सुजुकी इंडिया ने स्विफ्ट और अन्य मॉडलों के सीएनजी संस्करण की कीमतों में 15,000 रुपये तक बढ़ोतरी की थी. कंपनी ने बताया था कि कच्चे माल की लागत बढ़ने के चलते स्विफ्ट और अन्य सभी सीएनजी संस्करण की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. उपरोक्त मॉडलों की दिल्ली में शोरूम कीमत में 15,000 रुपये तक वृद्धि हुई है. नई कीमतें 12 जुलाई 2021 से लागू भी हो चुकी हैं.
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