केंद्र सरकार ने कुछ साल पहले 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा दिया था, जिसका व्यापक असर भी हुआ. दरअसल, दशकों से हमारे समाज में कुछ ऐसे लोग मौजूद रहे हैं, जो बेटियों को चिंता की वजह मानते रहे हैं, लेकिन बहुत-सी बेटियों ने भी लगातार देश और माता-पिता का नाम रोशन करने वाले कारनामे कर दिखाए हैं. खैर, आज हमारी बेटियां हर क्षेत्र में परिवार और खानदान का नाम रोशन कर रही हैं, और सोच में बदलाव आया है, लेकिन बहुत-से परिवार आज भी मौजूद हैं, जहां बेटियों की पढ़ाई-लिखाई, पालन-पोषण से लेकर उनकी शादी तक की चिंता में माता-पिता घुलते नज़र आते हैं... ऐसे ही अभिभावकों की मदद के लिए केंद्र सरकार की एक योजना है, जिसकी बदौलत कुछ साल लगातार बचत करने पर 21 साल की होते ही आपकी बेटी लगभग ₹72,00,000 रुपये की टैक्स फ्री व्हाइट मनी की मालकिन बन सकती है, जो उसका भविष्य संवारने में काम आएगी.
क्या है सुकन्या समृद्धि खाता...?
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अपने पहले कार्यकाल में शुरू की गई इस योजना का नाम सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Account - SSA) है, जिसके तहत कोई भी भारतीय नागरिक अपने घर में बेटी के जन्म लेते ही किसी डाकघर, यानी पोस्ट ऑफिस या बैंक में SSA खाता खुलवा सकता है. SSA खाते में 15 साल तक लगातार निवेश करने के बाद छह साल और इंतज़ार करना होगा, और बेटी की उम्र के 21 साल पूरे होते ही उसके खाते में ₹71,82,119 की रकम जमा दिखाई देगी.
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सुकन्या समृद्धि खाते से जुड़े नियम
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता, यानी Sukanya Samriddhi Account वही पिता या अभिभावक खुलवा सकता है, जिसकी पुत्री की आयु 10 साल या उससे कम हो. इस खाते में भी PPF या पब्लिक प्रॉविडेंट फंड, यानी लोक भविष्य निधि खाते की ही तरह हर साल अधिकतम ₹1,50,000 जमा किए जा सकते हैं, लेकिन SSA खाते में हर साल जमा कराई जा सकने वाली न्यूनतम राशि सिर्फ़ ₹250 है. सुकन्या समृद्धि योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आज देशभर में जारी सरकारी योजनाओं में से यह सबसे ज़्यादा ब्याज देने वाली योजनाओं में शुमार है, जिसके खाताधारकों को हर साल 8.2 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जाता है, जबकि PPF में इस वक्त 7.1 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जा रहा है.
कैसे पाएं अधिकतम लाभ...?
अब ध्यान दीजिए, अगर आपने बिटिया के पैदा होते ही इस योजना के तहत खाता खुलवा लिया, तो आपको बेटी के 15 साल की होने तक हर साल रकम जमा करनी होगी, जो अधिकतम ₹1,50,000 हो सकती है. SSA में भी ज़्यादा से ज़्यादा ब्याज हासिल करने का मौका तभी बनेगा, जब आप यह रकम हर वित्तवर्ष में अप्रैल की 5 तारीख से पहले खाते में जमा कर दें. 15 साल तक हर साल यह राशि जमा कर आप 15 साल में कुल ₹22,50,000 जमा करवाएंगे, और बेटी के 21 साल की होने पर जब खाता मैच्योर होगा, उसे कुल मिलाकर ₹71,82,119 हासिल होंगे, बशर्ते मौजूदा ब्याज दर में बदलाव न हो.
पूरी तरह टैक्स फ़्री होगी मैच्योरिटी की रकम
याद रखें, आपने बेटी के खाते में 15 साल में कुल ₹22,50,000 जमा करवाए थे, और बिटिया को हासिल होने वाली कुल राशि में ब्याज का हिस्सा ₹49,32,119 रुपये होगा. इस रकम का सबसे खास पहलू यह है कि आपकी बिटिया को इस समूची रकम (₹71,82,119) पर किसी भी तरह का कोई भी टैक्स नहीं चुकाना होगा. हां, एक बात ज़रूर ध्यान रखें, ब्याज दर को सरकार हर तिमाही में संशोधित करती है, सो, ब्याज दर में बदलाव होने पर खाता परिपक्व होने, यानी मैच्योरिटी के मौके पर बिटिया को मिलने वाली रकम में घट-बढ़ हो सकती है.
SSA का फ़ायदा समझें चार्ट के ज़रिये
अब आप एक चार्ट के ज़रिये समझें कि आपकी बिटिया के नाम पर खोले गए SSA खाते में आपको कब कितनी रकम जमा करवानी चाहिए, ताकि बेटी को ज़्यादा से ज़्यादा रकम हासिल हो सके. अगर आप बेटी के पैदा होते ही किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक की शाखा में सुकन्या समृद्धि खाता खुलवा लेते हैं, और उसमें शुरुआती राशि ₹1,50,000 जमा कर देते हैं, तो एक साल पूरा होने पर उसे 8.2 फीसदी की दर से ब्याज के तौर पर ₹12,300 मिलेंगे, जो अगले साल अप्रैल की शुरुआत में कुल मूल निवेश को ₹1,62,300 बना देंगे. अब इस खाते में अगले साल के निवेश के ₹1,50,000 जमा होते ही दूसरे साल के अंत में आपको जिस रकम पर ब्याज मिलेगा, वह ₹3,12,300 होगी, और उस पर मिलने वाला ब्याज ₹25,609 बनेगा.
जब आपकी बेटी होगी 21 की, उसे मिलेंगे ₹71.82 लाख, SSA की मदद से by vivekvrrastogi on Scribd
बस, अब बिल्कुल इसी तरह इन्हीं तारीखों का ध्यान रखते हुए लगातार 15 साल तक अपनी बेटी के सुकन्या समृद्धि खाते में ₹1,50,000 जमा करवाते रहें, और इस तरह आप कुल ₹22,50,000 जमा करवाएंगे, और फिर बिटिया के 21 साल का होने का इंतज़ार करेंगे, यानी अगले छह साल तक इस खाते में कुछ भी निवेश नहीं किया जाएगा. लेकिन बिटिया के खाते में हर साल ब्याज लगातार जुड़ता रहेगा, और जब बिटिया का SSA खाता मैच्योर होगा, उसे कुल मिलाकर ₹71,82,119 हासिल होंगे, जो पूरी तरह व्हाइट मनी होगी, और पूर्णतः टैक्स फ्री भी.
यह भी याद रखें...
वैसे, एक बात और है, जिसे जाना आपके लिए ज़रूरी है. आपकी बिटिया जिस वक्त 18 साल की होगी, SSA खाता उसी वक्त उसके नाम हो जाएगा, और इसके बाद इस खाते को वही संचालित कर पाएगी. याद रखने लायक एक और बात यह है कि यह खाता बिटिया के पैदा होने के बाद, लेकिन उसके 10 वर्ष का होने से पहले खुलवाया जा सकता है, सो, ऐसी हालत में मैच्योरिटी खाते के 21 साल पूरे होने पर होगी, बिटिया के 21 साल का होने पर नहीं. लेकिन इस स्थिति में भी खाता बिटिया के नाम तभी हो जाएगा, जब वह बालिग, यानी 18 साल की हो जाएगी.
- SSA खाते पर दिया जाने वाला ब्याज सरकार हर तिमाही संशोधित करती है, सो, ब्याज दर घटने-बढ़ने की स्थिति में आपकी बिटिया को मिलने वाली कुल रकम भी घट-बढ़ सकती है.
- SSA खाते में निवेश की रकम को हर साल अप्रैल माह की 5 तारीख से पहले ही जमा करना चाहिए, ताकि बिटिया को अधिकतम ब्याज हासिल हो सके.
- याद रहे, अगर खाता खोलते वक्त आपकी पुत्री की आयु 0 वर्ष से अधिक है, तो आपकी बिटिया को मैच्योरिटी की रकम तब मिलेगी, जब खाते के 21 वर्ष पूरे हो जाएंगे, बिटिया के 21 साल का होने पर नहीं.
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