क्या देश भर में सस्ता होने वाला है पेट्रोल-डीजल? पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी का आया बड़ा बयान

Petrol-Diesel Price Cut: पेट्रोलियम मंत्री  ने कहा, 'इस अत्यधिक अस्थिर स्थिति में हमारा प्राथमिक दायित्व तेल की उपलब्धता और किफायत को सुनिश्चित करना है. हम इस स्थिति को बहुत सावधानी से देख रहे हैं.'

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Fuel Price Cut Latest Update: पेट्रोल और डीजल की कीमतें अप्रैल, 2022 से ही स्थिर बनीं हुई हैं. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

Hardeep Puri On Petrol Diesel Price Cut: पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में आई नरमी के बीच पेट्रोल और डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Rate Cut) में कटौती की संभावना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बुधवार को कहा कि वैश्विक बाजार इस समय 'बेहद अशांत' है और किसी भी कटौती से पहले इसे स्थिर होना होगा. उन्होंने खुदरा कीमतों में कटौती को लेकर तेल कंपनियों के साथ किसी तरह की बातचीत के बारे में पूछे जाने पर कहा कि ऐसे किसी भी मुद्दे पर तेल विपणन कंपनियों के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि तेल कंपनियां फ्यूल रेट (Fuel price Cut) निर्धारण के बारे में अपना फैसला खुद करती हैं.

आपको बता दें कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल), भारत पेट्रोलियम कॉरपारेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) का लगभग 90 प्रतिशत घरेलू पेट्रोलियम बाजार पर नियंत्रण है. 

पिछले 21 महीनों से पेट्रोल- डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं
सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछले 21 महीनों से पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें (Petrol Diesel Prices) अप्रैल, 2022 से ही स्थिर बनीं हुई हैं. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर है और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर है.

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पेट्रोलियम मंत्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा, 'हम इस समय अत्यधिक अशांत स्थिति में हैं. वैश्विक मानचित्र पर दो क्षेत्र हैं जो संघर्ष की स्थिति में हैं.' 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैश्विक समुद्री परिवहन का 12 प्रतिशत, तेल का 18 प्रतिशत और एलएनजी व्यापार का चार-आठ प्रतिशत लाल सागर एवं स्वेज नहर के जरिये संचालित होता है. लाल सागर में जहाजों पर हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय तेल की कीमतों में उछाल आया था लेकिन बाद में दरें कम हो गई हैं.

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तेल की उपलब्धता और किफायत को सुनिश्चित करना हमारा पहला दायित्व
पेट्रोलियम मंत्री  ने कहा, 'इस अत्यधिक अस्थिर स्थिति में हमारा प्राथमिक दायित्व तेल की उपलब्धता और किफायत को सुनिश्चित करना है. हम इस स्थिति को बहुत सावधानी से देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि तेल कंपनियां मूल्य संशोधन के बारे में सरकार से नहीं पूछती हैं.' 

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