IRCTC catering service: भारतीय रेल (Indian Railways) अपनी सेवाओं और उसकी गुणवत्ता पर फोकस बनाए हुए हैं. भारतीय रेल अपनी कुछ सेवाओं में अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा कर रहा है. वंदे भारत (Vande Bharat) जैसी ट्रेन भारत में दौड़ रही हैं ये कुछ साल पहले तक सपना समान थी. खाने की क्वालिटी भी काफी हद तक सुधरी है. साथ ही रेलवे स्टेशनों (Railway Stations) की दशा और स्वच्छता में अमूलचूल बदलाव देखने को मिल रहा है. यह अलग बात है कि बीच रेलवे के किराए में भी तेजी से वृद्धि हुई है. देश विदेश के सैलानी भारत में भारतीय रेल की सेवाओं का प्रयोग करती हैं. रेलवे का आनंद लेना और देश का भ्रमण करना सैलानियों का शौक बनता जा रहा है. यही कारण है कि रेलवे देश में टूरिज्म पैकेज (Railway tourism Package) भी चलाने लगा है.
सोमवार को एक युवती ने रेलवे के खाने की खासी आलोचना की तो वहीं राजधानी एक्सप्रेस के एक विदेशी यात्री ने रेलवे के खाने की खूब तारीफ की. विदेशी यात्री ने रेलवे के खाने की तस्वीर डाली तारीफ की. रेलवे के केटरिंग स्टाफ की तस्वीर डाली और सराहना की है. सल्वाटोर बाबोन्स ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए लिखा कि आप इन्हें अंतरराष्ट्रीय ब्रैंड एम्बेसेडर बना सकते हैं. उन्होंने उन लोगों पर तंज भी कसा जो इस खाने को सेकंड क्लास फूड कहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे यह खाना फर्स्ट क्लास लगा. बाबोन्स ने राजधानी के खाने की तुलना फाइव स्टार होटल के खाने से भी कर डाली.
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बाबोन्स के ट्वीट पर कुछ लोग उन्हें कंगारू भक्त बताने लग गए तो कुछ लोगों ने उनकी बात पर अपनी सहमति भी दिखाई. कुछ लोग अलग अलग खाने की अलग अलग लोगों द्वारा अलग अलग स्वाद की प्राथमिकताओं की बात करने लगे तो कुछ लोग विदेशी के भारतीय खाने के बारे में कम जानकारी की बात कर रहे हैं. खैर बहुत सारे लोगों को मानना है कि खाने के स्तर और रेलवे के स्तर में काफी बदलाव आया है.