उत्तर प्रदेश के 72 गरीब परिवारों को उनके सपनों का घर मिल गया. उन्हें राजधानी लखनऊ के प्राइम लोकेशंस में शामिल डालीबाग में फ्लैट बनाकर दिए गए हैं. ये ऐसे फ्लैट हैं, जिनकी कीमत भविष्य में करोड़ों में होगी. जमीन भी ऐसी बेशकीमती, जहां माफियाओं का आतंक था. करीब 2,322 वर्गमीटर जमीन मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे से खाली कराई गई थी, जहां इन परिवारों को फ्लैट बनाकर दिए गए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इन लाभार्थियों को उनके सपनों के आशियाने की चाबियां सौंपी गईं.
महज 11 लाख में मिला 1 करोड़ का फ्लैट!
लखनऊ के डालीबाग में मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे से खाली कराई जमीन पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने 'सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना' के तहत ये फ्लैट बनवाए हैं. ग्राउंड प्लस थ्री स्ट्रक्चर के 3 ब्लॉक में 36.65 वर्गमीटर क्षेत्रफल के कुल 72 फ्लैट बनाए गए हैं.
सीएम योगी ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि इस प्राइम लोकेशन पर बने फ्लैट की बाजार में कीमत करीब 1 करोड़ रुपये के करीब होगी, जबकि EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) कैटगरी के इन भवनों को लाभार्थियों को सिर्फ 10.70 लाख में दिया गया है.
खास लोकेशन, बिजली-पानी और पार्किंग
ये प्रोजेक्ट 20 मीटर चौड़ाई वाले बंधा रोड पर स्थित है. शहर की शान 1090 चौराहा और हजरतगंज चौराहा यहां से महज 5 से 10 मिनट दूर है. वहीं बालू अड्डा, नरही, सिकन्दरबाग भी यहां से महज 5 से 10 मिनट की दूरी पर हैं. इस प्रोजेक्ट के तहत लाभुक परिवारों को फ्लैट में स्वच्छ जल, बिजली, सुरक्षा व्यवस्था और दो पहिया वाहनों के लिए पर्याप्त पार्किंग की सुविधाएं दी गई हैं. इसके अलावा सड़क और पार्क का निर्माण भी किया गया है.
कैसे करना होता है EWS कोटे में अप्लाई?
यह योजना प्रधानमंत्री आवास योजना से भी जुड़ेगी, जिससे लाभार्थियों को यह और भी सस्ता और फायदेमंद हो सकता है. भविष्य में ऐसे ही अभियानों के तहत EWS कोटे से घर पाना चाहते हैं तो ये प्रक्रिया अपनाई जा सकती है
- LDA की वेबसाइट पर पंजीकरण: 'सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना' के लिए LDA की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण खोला गया था. इच्छुक लोगों को एलडीए की वेबसाइट पर आवासीय योजनाओं के सेक्शन पर नजर रखनी चाहिए.
- पंजीकरण शुल्क: आवेदन के लिए भवन के अनुमानित मूल्य की 5 प्रतिशत धनराशि बतौर पंजीकरण शुल्क जमा करनी होती है. आरक्षित वर्ग के लिए यह शुल्क 2.5 प्रतिशत था.
- लॉटरी प्रक्रिया: बड़ी संख्या में योग्य आवेदनों में से लॉटरी के जरिये लाभुकों का चयन किया जाता है. जैसे कि इस योजना में 5700 आवेदक थे, जिनमें से अंतिम 72 लाभार्थियों का चयन पारदर्शी लॉटरी प्रक्रिया द्वारा किया गया.
लाभुकों ने किया सीएम योगी का धन्यवाद
इस योजना के लाभुकों ने कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद किया. लाभार्थी शिखा अग्रवाल ने इस मौके को 'सपना पूरा होने जैसा' बताया. सीएम योगी ने कहा कि अब इन 72 परिवारों को 'अपना सिर उठाकर सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर मिला है.' उन्होंने घोषणा की कि यह तो सिर्फ शुरुआत है, और यह अभियान पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर चलाया जाएगा, ताकि हर गरीब और जरूरतमंद को उसका सम्मानजनक आवास मिल सके.














