India | रविवार सितम्बर 14, 2014 12:25 AM IST इस नवजात को श्रीनगर में जीबी पंत अस्पताल के सुनसान और उजाड़ बाल चिकित्सा इकाई से बचाया गया। जब दूसरे 300 बच्चों के साथ इसे बचाया गया तो डाक्टरों को इसके परिजन डॉक्टरों को कहीं नहीं मिले। आज किसी को भी नहीं पता कि इसका नाम क्या है और कोई इसे लेने आएगा भी या नहीं।