Delhi | Reported by: मोहम्मद अतहरुद्दीन मुन्ने भारती |मंगलवार अक्टूबर 10, 2017 11:26 AM IST अहमद ने यह भी बताया कि पिछले साल की खराब रैंकिंग भी विश्वविद्यालय की कमियों के कारण नहीं, बल्कि रैंकिंग सिस्टम की खामियों के कारण था. डेटा को इकट्ठा करने के तरीके में बड़ी खराबी है, जिसके कारण हमारी रैंकिंग खराब हो गई है. इस बार उस कमी को दूर किया गया और नतीजा आप सबके सामने हैं और हम 800 विश्वविद्यालयों में 12वें नंबर पर हैं.