Blogs | अर्चित गुप्ता |सोमवार फ़रवरी 25, 2019 03:00 PM IST छुट्टी के दिन कमरे में पड़े रहने की आदत सी पड़ गई थी. लेकिन इस बार दिल और दिमाग को शांत करने के लिए घर से निकलना ही पड़ा. रफ्तार से दौड़ रही दिल्ली से दूर अकेले देव भूमि हिमाचल निकलने का प्लान बनाना आसान काम नहीं था. जब मां से पर्मीशन मांगी तो उन्होंने साफ कहा किसी दोस्त के साथ चले जाओ, अकेले कौन जाता है? मां को सोलो ट्रिप का मतलब समझाया और छोटी-मोटी नोक-झोंक के बाद उन्हें मना ही लिया. जिसके बाद शुरू हुआ देव भूमि हिमाचल पर बसे मैक्लोडगंज का सफर. हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों पर बसे मैक्लोडगंज में एक अलग ही सुकून महसूस हुआ. शिवालिक पर्वतों पर बसी ये जगह मुझे जन्नत से कम नहीं लगी.