India | गुरुवार सितम्बर 17, 2015 02:55 PM IST एक बनारसी कपड़े पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और उनके चरखे की तस्वीर... दूसरे कपड़े पर 'बापू' का प्रिय भजन "वैष्णव जन तो तेने कहिए जे, पीर पराई जाणे रे..." यह कपड़े पर मामूली छपाई नहीं है, बनारस के बुनकरों की वह नायाब हस्तकला है, जो उनके करघे यानी हैण्डलूम के ताने-बाने से तैयार हुई है।