Blogs | धर्मेंद्र सिंह |शुक्रवार अगस्त 19, 2016 10:53 AM IST वह झीलों की रानी थी. रणथंभौर की रानी भी. 'मछली' नाम पड़ गया क्योंकि उसके चेहरे पर जन्म से ही 'मछली' की एक नैसर्गिक आकृति बनी हुई थी. रणथंभौर के अधिकांश जानकार मानते हैं कि वह 1996 में पैदा हुई. हालांकि मछली की संतानों का लेखा-जोखा मौजूद है लेकिन यह ठीक-ठीक नहीं पता कि वह किसकी संतान थी. वह वन्य-जीवन की लीजेंड थी.