'धड़क' फिल्म के प्रोड्यूसर करण जौहर
खास बातें
- नेपोटिज्म के आरोप लगते रहे हैं
- स्टार किड्स को देते हैं मौके
- अब आम आदमी को देंगे मौका
नई दिल्ली: बॉलीवुड में नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) को बढ़ावा देने के लिए करण जौहर हमेशा निशाने पर रहते हैं क्योंकि उन्होंने आलिया भट्ट और वरुण धवन जैसे सितारों को लॉन्च किया है. आने वाले समय में वे कई और स्टार बच्चों को लॉन्च कर सकते हैं. लेकिन करण जौहर अपनी इस इमेज को तोड़ने जा रहे हैं, और वे अब बॉलीवुड से बाहर के स्टार बनने के इच्छुकों को मौका देते नजर आएंगे. स्टार प्लस पर ‘इंडियाज नेक्स्ट सुपरस्टार्स’ के लॉन्च के साथ उन्होंने इस बहस पर पूरी तरह से विराम लगा दिया है. अगली फिल्म 'धड़क' में वे श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर और शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर को लॉन्च करने जा रहे हैं. लेकिन अब उन्होंने यह बात साफ कर दी है कि ‘न खानदान न सिफारिश’ जैसी चीज उनके अंतिम फैसले और पसंद को प्रभावित नहीं कर पाएगी.
प्रियंका-सलमान 500 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में, करन जौहर और एकता कपूर भी शामिलकरण जौहर जल्द ही इस शो को रोहित शेट्टी के साथ जज करते नजर आएंगे और उन्हें उन कलाकारों और दर्शकों की सोच बदलने का सही मौका मिल गया है, जो ये मानते हैं कि इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद सबसे बड़ी समस्या है. करण ने कहा, "क्या हम इस भाई-भतीजावाद शब्द को भूल सकते हैं?......ये परछाईं की तरह मेरा पीछा कर रहा है और मुझे डरा रहा है. क्या हम इसे भूलकर अच्छे कंटेंट पर ध्यान देना शुरू कर सकते हैं?"
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उन्होंने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए हमारे शब्दकोश में एक नया शब्द जोड़ दिया है, उन्होंने कहा, "मैंने ‘नेपोस्पेज्म’ विकसित किया है." इस शो का लक्ष्य आम आदमी को अपनी काबिलियत दिखाने और अपने जुनून को साबित करने का मौका देना है. ये एक अलग रियलिटी शो है, जिसमें विजेताओं का रास्ता सीधे बॉलीवुड में जाकर खुलेगा. देखते हैं वे अपनी इस बात पर कितना अमल कर पाते हैं.
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