IPL 2024 धुंआधार क्रिकेट के साथ बेतहाशा विवादों से भी अपनी छाप छोड़ गया. कई संजीदा सवाल भी उठे जो क्रिकेट के दायरे से बाहर हम सबकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी से वास्ता रखते हैं. रोहित शर्मा ने प्राइवेसी हनन का मसला उठाया. ब्रॉडकास्टर निशाने पर आ गए. लेकिन इस संजीदा सवाल को लेकर बड़ा बवाल हुआ. रोहित की बात के बड़े मायने हैं. इस सवाल के जवाब ख़ासकर सोशल मीडिया पर भी प्राइवेसी अतिक्रमण का एक हल साबित हो सकते हैं.
लखनऊ टीम की एक हार के बाद टीम के मालिक संजीव गोएनका और केएल राहुल के बीच मैदान पर ही शो-डाउन हुआ और इसकी खूब आलोचना हुई. राष्ट्रीय हीरो और खिलाड़ियों के साथ बर्ताव को लेकर लाज़िमी सवाल उठे. पूर्व टेस्ट क्रिकेटर राजेश चौहान ने कहा, "इन सबके लिए एक कोड ऑफ़ कनडक्ट की ज़रूरत है और ऐसा करने का वक्त आ गया है."
ब्रॉडकास्टर को लेकर एक बार पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर को भी चेतावनी देनी पड़ी. उन्होंने कहा कि आप अपने ही कॉमेंटेटर की एक शख़्सियत द्वारा आलोचना दिखा रहे हैं और ये बहुत अच्छी बात नहीं. ज़ाहिर है निशाने पर विराट रहे. गावस्कर को यहां तक कहना पड़ा कि हम (कॉमेंटेटर) जो देखते हैं वही कमेंट करते हैं.
विराट कोहली ने 15 मैचों में 155 के स्ट्राइक रेट से सबसे ज़्यादा 741 रन बनाए. लेकिन अपने स्ट्राइक रेट को लेकर एक्सपर्ट्स और आलोचकों के निशाने पर रहे. वैसे कई बवाल के बीच गौतम गंभीर और विराट कोहली के गले मिलने की तस्वीर क्रिकेट फ़ैंस के लिए एक सुखद तस्वीर साबित हुई.
विराट और उनकी टीम इस बात के लिए भी ट्रोल किये जाते रहे कि अपने जश्न में वो विपक्षी कप्तान एमएस धोनी से हाथ मिलाने से रह गए. पूर्व भारतीय क्रिकेटर अंबाती रायडू ने प्ले ऑफ़ में बेंगलुरु की हार के बाद कहा, "आप जोश और जश्न से मैच नहीं जीतते. आपको प्ले ऑफ़ में जीतने के लिए अच्छा खेलना पड़ता है."
हार्दिक पांड्या के मुंबई का कप्तान बनाए जाने को लेकर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के फ़ैंस पहले से ही भड़के हुए थे. सोशल मीडिया पर सवाल उठाते रहे और बुरी तरह ट्रोल भी करते रहे. बाद में हार्दिक के व्यवहार और प्रदर्शन को लेकर भी सवाल उठते रहे. पांच बार की चैंपियन मुंबई ने 14 में से 4 मैच जीते. लीग में प्वाइंट्स टेबल में ये टीम आख़िरी नंबर पर रही.
पंजाब के सुपर फ़िनिशर 32 साल के छत्तीसगढ़ के बल्लेबाज़ शशांक सिंह के चयन को लेकर विवाद रहा. कहा गया उन्हें ग़लती और कन्फ़्यूज़न में पंजाब ने चुना. पंजाब ने इसे लेकर सफ़ाई भी दी. लेकिन शशांक देर आए, दुरुस्त आए. पंजाब के शशांक सिंह ने 14 मैचों में 165 के स्ट्राइक रेट से 354 रन बनाए तो आशुतोष शर्मा ने 11 मैचों में 167 के स्ट्राइक रेट से 189 रन बनाए. मिडिल ऑर्डर के इन बल्लेबाज़ों ने सुपर फ़िनिशर का रोल तो निभाया लेकिन पंजाब की टीम 9वें नंबर पर रही और प्ले ऑफ़ का सफ़र नहीं तय कर पाईं.
IMPCT प्लेयर के नियम को लेकर भी विवाद रहा. टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, अक्षर पटेल ने इसे लेकर सवाल उठाए तो बीसीसीआई के सचिव जय शाह इसमें बदलाव को लेकर अड़े हुए नहीं नज़र आए.