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This Article is From Jan 12, 2018

KaalaKaandi Movie Review: फीके सैफ, उलझी कहानी ने मजा किया किरकिरा

अक्षत वर्मा ने कॉमेडी फिल्म ‘डेल्ही बैली’ के साथ बॉलीवुड में बतौर राइटर कदम रखा था. बोल्ड तेवरों वाली इस अर्बन कॉमेडी ने दर्शकों के दिलों को जीता था. अब वे कालाकांडी लेकर आए हैं.

KaalaKaandi Movie Review: फीके सैफ, उलझी कहानी ने मजा किया किरकिरा
'कालाकांडी' में सैफ अली खान
नई दिल्ली: अक्षत वर्मा ने कॉमेडी फिल्म ‘डेल्ही बैली’ के साथ बॉलीवुड में बतौर राइटर कदम रखा था. बोल्ड तेवरों वाली इस अर्बन कॉमेडी ने दर्शकों के दिलों को जीता था. फिल्म में इमरान खान, वीर दास और कुणाल रॉय कपूर नजर आए थे. लेकिन ‘कालाकांडी’ के साथ अक्षत डायरेक्टर बन गए हैं और उन्होंने कुछ-कुछ ‘डेल्ही बैली’ जैसी ही डार्क कॉमेडी फिल्म गढ़ने की कोशिश की है. फिल्म मजेदार तो है लेकिन डायरेक्टर अपने ‘डेल्ही बैली’ के खुमार से नहीं निकल पाए हैं. ‘कालाकांडी’ एक रात और छह लोगों की कहानी है जो उलझी स्क्रिप्ट की वजह से चूक जाती है. 

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कहानी में कितना दम
‘कालाकांडी’ की कहानी बैंकर सैफ अली खान की है. जो बहुत ही संयमित जिंदगी जीता है. न नशा न ही कोई गलत काम. लेकिन जब उसे खबर मिलती है कि वह कैंसर का रोगी है तो उसका पूरा वजूद ही हिल जाता है. सैफ अली खान अपनी जिंदगी बदलने की राह पर निकल पड़ते हैं. फिर सैफ अली खान वह सब काम करते हैं जो उन्होंने पहले नहीं किए थे. वे ऐसे लोगों से मिलते हैं जिनसे मिलने की उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी. इस तरह एक रात और छह लोगों की जिंदगियां एक साथ चलती हैं. डायरेक्टर ने कोशिश अच्छी की है लेकिन फिल्म की कहानी ‘डेल्ही बैली’ का एक्सटेंडेड वर्जन ज्यादा लगती है. फिल्म में मजाक तो है लेकिन कई जगह वो उस तरह का असर नहीं कर पाता है. फिर अक्षत ने ‘डेल्ही बैली’ के ‘भाग डीके बोस’ की तर्ज पर ‘कालाकांडी’ सॉन्ग भी फिल्म में डाला है. कुल मिलाकर फिल्म में ताजगी की कमी लगती है. कहानी भी पटरी से उतरी हुई है.

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एक्टिंग के रिंग में
फिल्म में सैफ अली खान ने अच्छी एक्टिंग की है. कई जगह वे बहुत फबते भी हैं. सैफ अली खान ने अपना काम अच्छे से किया है. लेकिन वे इस तरह के रोल के लिए परफेक्ट चॉयस नहीं हैं. फिल्म में दीपक डोबरियाल, विजय राज और नील भूपलम भी हैं. विजय राज और दीपक डोबरियाल जमते हैं. शोभिता धूलिपाला ने मॉडर्न वूमन के किरदार को अच्छे से निभाया है, लेकिन कुछ भी यादगार नहीं है.

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बातें और भी हैं
‘कालाकांडी’ अपनी बोल्डनेस और डायलॉग की वजह से ‘ए’ सर्टिफिकेट वाली फिल्म है. इस वजह से एक बड़ा ऑडियंस इससे कट जाता है. फिर इसकी कास्टिंग काफी कुछ ‘डेल्ही बैली’ जैसी है, कई बार तो लगता है उसका सीक्वल देखा जा रहा है. 'कालाकांडी' में जिंदगी और इश्क सब है. फिर मॉनसून की रात में भीगने के लिए भी काफी कुछ है. 'कालाकांडी' का बजट 30-40 करोड़ रु. बताया जाता है. लेकिन एडल्ट फिल्म होने की वजह से इसे काफी संघर्ष करना पड़ेगा. वैसे भी इस शुक्रवार फिल्मों की बहार है क्योंकि ‘मुक्काबाज’, ‘विश अपॉन’ और ‘1921’ सैफ को टक्कर देने के लिए पहले ही खड़ी हैं. सैफ के लिए एक कामयाबी बेहद जरूरी है और देखना है वह ऐसा किस तरह करते हैं.

रेटिंगः 2.5 स्टार
डायरेक्टरः अक्षत वर्मा
कलाकारः सैफ अली खान, दीपक डोबरियाल, कुणाल रॉय कपूर, शोभिता धुलिपाला

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