Rajasthan: 70 साल की दादी को पीठ पर लादकर 1 किलोमीटर चला पोता, तस्वीर देख हर कोई कर रहा सलाम

ग्रामीण पीएचसी खोलने की मांग चार दशक से कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही. क्षेत्र में 1983 में स्थापित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ही आज नजर आ रहे हैं.

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राजस्थान में सिरोही के एक गांव की एक पोते और दादी की तस्वीर वायरल हो गई, जो इस आदिवासी इलाके की सच्चाई बयां कर रही है. निचलागढ़ गांव की इस दिल छू लेने वाली तस्वीर में पोते कालाराम ने अपनी 70 साल की बीमार दादी सोमी बाई को पीठ पर लादकर लगभग एक किलोमीटर का कच्चा और दुर्गम रास्ता तय किया और इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. फोटो वायरल होने के बाद जहां पोते के जज्बे को सलाम किया जा रहा है, वहीं, सरकारी व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं.

'आबू रोड का निचलागढ़ कई सुविधाओं से वंचित'

आजादी के 75 साल बाद भी सिरोही जिले के आबू रोड का निचलागढ़ कई सुविधाओं से वंचित है. आदिवासी बहुल भाखर के निचलागढ़ गांव मे ऐसी तस्वीर सामने आई, जहां एक पोता सरकारी तंत्र के चिकित्सा व्यवस्थाओं के दावों के बीच एक किलोमीटर कच्चे मार्ग पर चलकर मुख्य सड़क पर पहुंचा. फिर दादी को कुछ दूर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र पर ले गया. 

आज भी ऐसे दृश्य इसलिए सामने आ रहे हैं क्योंकि 42 साल में ब्लॉक में एक भी नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं खुला है. न ही यहां सुगम रास्ते हैं. लोगों को प्राथमिक चिकित्सा के लिए भी दूर दराज के स्वास्थ्य केन्द्र या फिर गुजरात जाना पड़ता है.

'नाम मात्र की चिकित्सा सुविधाएं नहीं'

टीएसपी आबूरोड ब्लॉक की 32 ग्राम पंचायतों में से 30 पंचायतें ऐसी हैं, जहां के गांवों व फलियों (ढाणियों) के आदिवासी ग्रामीण प्राथमिक चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार से आस लगाए हुए हैं. 42 साल बीत गए, लेकिन उन्हें एक नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक नसीब नहीं हुआ. नजदीक में तो उनकी जिंदगी पूरी तरह उप स्वास्थ्य केंद्रों के भरोसे है. जहां नाम मात्र की चिकित्सा सुविधाएं नहीं है. ब्लॉक की तीस पंचायतों के ग्रामीण चिकित्सा सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. इसके बावजूद क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी ध्यान नहीं दे रहे. 

पीएचसी खोलने की मांग चार दशक से

ग्रामीण पीएचसी खोलने की मांग चार दशक से कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही. क्षेत्र में 1983 में स्थापित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ही आज नजर आ रहे हैं. आबूरोड के ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक चिकित्सा सुविधा को और सुदृढ़ करने की जरूरत है. ग्रामीणों को उपचार में काफी परेशानी होती है. नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने चाहिए.

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