पुष्कर मेले में ये घोड़ी 1 करोड़ में क्यों बिक रही? खासियतें जानकर तुरंत खरीद लेगा शौकीन अमीर आदमी

अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में इस वर्ष मारवाड़ी नस्ल की एक घोड़ी 'नगीना' चर्चा का विषय बनी हुई है. 31 महीने की यह घोड़ी अपनी शानदार वंशावली, कद-काठी और प्रतियोगिताओं में अपनी जीत के कारण देशभर से आए पशु प्रेमियों और व्यापारियों की निगाहों का केंद्र बनी हुई है.

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  • पुष्कर मेले में मारवाड़ी नस्ल की 31 महीने की घोड़ी नगीना अपनी वंशावली और प्रतियोगिताओं की जीत से चर्चा में है
  • नगीना की ऊंचाई 65 इंच है और उसने करीब एक लाख घोड़ों में पांचवां स्थान हासिल कर पांच बार शो की विनर रही है
  • नगीना के मालिक गोरा भाई ने 55 लाख रुपए की बोली ठुकरा दी है और उसकी कीमत एक करोड़ रुपए बताई है
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पुष्कर (राजस्थान):

अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में इस वर्ष मारवाड़ी नस्ल की एक घोड़ी 'नगीना' चर्चा का विषय बनी हुई है. महज 31 महीने की उम्र वाली यह घोड़ी अपनी शानदार वंशावली, कद-काठी और प्रतियोगिताओं में अपनी जीत के कारण देशभर से आए पशु प्रेमियों और व्यापारियों की निगाहों का केंद्र बनी हुई है. घोड़ी के मालिक गोरा भाई ने बताया कि इसे खरीदने वाले 55 लाख रुपए तक बोली लगा चुके हैं. लेकिन मेरी डिमांड 1 करोड़ रुपए है. हालांकि उन्होंने कहा कि उनका इसे बेचने का फिलहाल इरादा नहीं है.

नगीना की पहचान और उपलब्धियां

नगीना की खासियतें इसे मेले में सबसे अलग खड़ा करती हैं. इसकी उम्र मात्र 31 महीने है और इसकी ऊँचाई 65 इंच मापी गई है. इतनी कम उम्र में ही नगीना अब तक विभिन्न हॉर्स शो में पांच बार 'शो विनर' का खिताब जीत चुकी है. बताया गया है कि नगीना ने प्रतियोगिताओं में करीब 1 लाख घोड़ों के बीच पांचवां स्थान हासिल किया है. नगीना के पिता 'दिलबाग' भी 'ऑल इंडिया फेमस' घोड़े हैं, जिन्होंने शो ग्राउंड्स पर कई खिताब जीते हैं. 

55 लाख की पेशकश ठुकराई

नगीना के मालिक गोरा भाई ने बताया कि वह साल 2010 से लगातार पुष्कर मेले में भाग लेते आ रहे हैं और इस बार अपने साथ 25 बेहतरीन नस्ल के घोड़े लेकर आए हैं. उन्होंने खुलासा किया कि मेले में अब तक नगीना को खरीदने के लिए 55 लाख रुपये की बड़ी पेशकश की गई है, लेकिन उन्होंने अपनी प्यारी घोड़ी को बेचने से साफ इनकार कर दिया. गोरा भाई ने कहा कि नगीना उनके परिवार की तरह है, और उसे तैयार करने में उन्होंने वर्षों की मेहनत की है. 

विशेष देखभाल और प्रशिक्षण

मालिक ने बताया कि नगीना की देखभाल पर विशेष ध्यान दिया जाता है. उसे दिन में तीन बार पौष्टिक दाना दिया जाता है. उसकी फिटनेस के लिए रोजाना राइडिंग कराई जाती है. नगीना को बचपन से ही शो राइडिंग और प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षित किया गया है. 

नगीना के साथ-साथ मेले में मारवाड़ी और नूगरी नस्ल के कई अन्य उम्दा घोड़े भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. नगीना की सुंदरता, अनुशासन और चाल ने एक बार फिर मारवाड़ी नस्ल की श्रेष्ठता को सिद्ध किया है. गोरा भाई ने मेले की व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से इस वर्ष व्यवस्थाएं बेहद बेहतर हैं, जिससे पशुपालकों और आगंतुकों दोनों को सुविधा मिल रही है.

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