चुनाव से पहले राजस्थान में बीजेपी के पदाधिकारियों की सूची जारी, जानिए किसे मिला कौन सा पद?

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 11 प्रदेश उपाध्यक्ष, 5 प्रदेश महासचिव, 11 प्रदेश मंत्री, एक कोषाध्यक्ष और एक सह-कोषाध्यक्ष सहित 29 पदाधिकारियों की सूची की घोषणा की.

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बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (फाइल फोटो)

राजस्थान चुनाव नजदीक होते बीजेपी एक्शन में दिखने लगी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नई टीम की घोषणा की. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 11 प्रदेश उपाध्यक्ष, 5 प्रदेश महासचिव, 11 प्रदेश मंत्री, एक कोषाध्यक्ष और एक सह-कोषाध्यक्ष सहित 29 पदाधिकारियों की सूची की घोषणा की. बयान के अनुसार बालकनाथ योगी, सुखबीर जौनपुरिया, सीआर चौधरी, नारायण पंचारिया, सरदार अजयपाल, मुकेश दाधीच, संतोष अहलावत, चुन्नीलाल गरासिया, प्रभु लाल सैनी, जितेंद्र गोठवाल, श्रवण सिंह बागड़ी को प्रदेश उपाध्यक्ष घोषित किया गया.

इसके साथ ही कहा गया कि भजन लाल शर्मा, दीया कुमारी, जगवीर चाबा, दामोदर अग्रवाल और मोतीलाल मीना को प्रदेश महासचिव घोषित किया गया. इसके अतिरिक्त विजेंद्र पूनिया, प्रियंका मेघवाल बालान, वासुदेव चावला, भानु प्रताप सिंह, नीलम गुर्जर, महेंद्र कुमावत, हीरालाल नागर, सांवलाराम देवासी, अनंतराम विश्नोई, कृष्णा कटारा, पिंकेश पोरवाल को प्रदेश मंत्री घोषित किया गया. बयान में कहा गया कि पंकज गुप्ता को कोषाध्यक्ष जबकि श्याम अग्रवाल को सह-कोषाध्यक्ष घोषित किया गया. इससे पहले आज, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में बीजेपी संयुक्त मोर्चा की बैठक संपन्न हुई, जिसमें आगामी विधानसभा और अगले साल के लोकसभा चुनावों के लिए रोडमैप बनाने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई.

बीजेपी सूत्रों के अनुसार, बैठक में केंद्र में नौ वर्षों के दौरान पार्टी की नीतियों को प्रचारित करने के लिए 30 मई को शुरू हुए एक महीने तक चलने वाले महा जन संपर्क अभियान के बारे में भी फीडबैक लिया गया. इसके साथ ही सूत्र ने बताया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव को देखते हुए भविष्य के रोडमैप पर पदाधिकारियों के सुझाव भी मांगे गए हैं. लगभग चार घंटे की बैठक में, जेपी नड्डा ने आगामी चुनावों के संबंध में प्रत्येक पार्टी मोर्चा को जिम्मेदारी सौंपी. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बचे हुए समय को दो हिस्सों में बांटा गया है. सूत्रों ने कहा, "देश भर में सघन जन संपर्क, प्रचार अभियान और लाभार्थियों से संपर्क अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए."

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इस बैठक में पहले से ही अल्पसंख्यक समुदाय को पार्टी से जोड़ने का काम कर रहे अल्पसंख्यक मोर्चा को मुस्लिम समुदाय के शिक्षित वर्ग के अलावा केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंचने का काम सौंपा गया है. मामले पर रिपोर्ट की भी मांग की गई है. 31 मई से 30 जून तक महा जनसंपर्क अभियान की शुरुआत पीएम मोदी ने पिछले महीने राजस्थान के अजमेर से की थी. जनसंपर्क अभियान के तहत केंद्र में बीजेपी सरकार के नौ साल पूरे होने पर देशभर में व्यापक सार्वजनिक कार्यक्रम किये गये. जिसमें 51 से अधिक विशाल रैलियां, 500 से अधिक स्थानों पर सार्वजनिक बैठकें और 500 से अधिक लोकसभा और 4000 विधानसभा क्षेत्रों में 600 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गईं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नड्डा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कई सभाओं में जनता को संबोधित किया.

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