दौसा जिले के लालसोट उपखण्ड अंतर्गत एक गांव से बीती देर रात को एक बेटी के अपहरण और उसको बचाने गए पिता की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यह मामला पूरी तरह से हैरान कर देने वाला है. जानकारी के मुताबिक, अवारा पशुओं को अपने खेत से भगाने गए दंपत्ती जब घर वापस लौट रहे थे तो उन्होंने देखा कि दो अनजान शख्स उनकी 16 साल की बेटी का अपहरण कर रहे थे. बेटी का अपहरण देख पिता भी सकते में आ गया. बिना देर किए हुए पिता ने अपनी मोटरसाइकिल से अपहरणकर्ताओं का पीछा किया. बदमाशों का पीछा करते-करते वे लालसोट के इंदावा गांव के पास पहुंच गए. यहां अपराधियों ने मोटरसाइकिल रोक दी और पिता को पीटने लगे. अपराधियों ने पिता की हत्या कर दी. इसके अलावा अपराधियों ने मां को भी पीटा. मां भी पूरी तरह से घायल हो चुकी है. यह पूरा मामला दौसा जिले के लालसोट थाने का है. घटना के बाद पुलिस ने लड़की की मां के बयान लेकर मामला दर्ज कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ धारा 302 व पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है और आरोपी युवकों को डिटेन कर लिया गया है.
राजकीय जिला अस्पताल में भर्ती लड़की की घायल मां ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि देर रात उनके खेत में आवारा पशुओं के घुसने की सूचना मिली थी. जिस पर वह अपने पति के साथ पशुओं को दौड़ाकर वापस अपने घर लौट रही थी. इसी दौरान गांव में स्थित एक दुकान के पास एक मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग उनकी 16 साल की नाबालिग बेटी को जबरन बिठाकर लेकर जा रहे थे. ऐसे में बाइक से मैं और मेरे पति अपराधियों का पीछा कर रहे थे. इसी क्रम में अपराधियों ने हमारे पति की हत्या कर दी. महिला ने रिपोर्ट में बताया कि उक्त युवकों में से एक युवक का नाम दिलखुश था. दूसरे का नाम महिला को नहीं पता है.
पीछा करते-करते ग्रामीण भी घटनास्थल पहुंच गए. ग्रामीणों को देखकर अपराधी लड़की को छोड़कर फरार हो गए. लहूलुहान अवस्था में लड़की के पिता को लेकर ग्रामीण राजकीय जिला चिकित्सालय लालसोट पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद लड़की के पिता को मृत घोषित कर दिया. वहीं घायल महिला का इलाज जारी है. घटना से आक्रोशित लड़की के परिजनों और गांव के ग्रामीणों ने सोमवार सुबह लालसोट थाने के बाहर जमकर बवाल किया और थाने के सामने नेशनल हाईवे संख्या 11 ए को भी जाम करने का भी प्रयास किया. पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग और परिजनों को आर्थिक मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे. हालांकि, प्रशासन के समझाने के बाद हाइवे को खोल दिया गया.
इस दौरान राज्य मंत्री एवं वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन संस्थान बोर्ड के अध्यक्ष रामसिंह राव भी लालसोट पहुंचे. उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर तबके पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. समाज के लोगों में आक्रोश है, पुलिस कह रही है कि आरोपियों को डिटेन कर लिया गया है. परंतु पुलिस की जांच से समाज के लोग संतुष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं. समाज के लोगों को डर है कि कहीं कोई बयान नहीं बदलवा दे इसलिए मुकदमे के साथ छेड़खानी न की जाए.