भीलवाड़ा के करेड़ा स्थित सालिया गांव में दो युवतियों के नदी में डूबने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि एक लड़की ने अपनी बुआ को बचाने के लिए जान की बाजी लगा दी. लेकिन बुआ को बचा नहीं पाई और खुद की भी जान चली गई. बुआ और भतीजी की डूबने से मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. वहीं बताया जा रहा है कि बुआ BSTC की छात्रा थी जबकि भतीजी 10वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थी. दोनों ही शुक्रवार को भैंस चराने के लिए गए थे. लेकिन इस दौरान हादसा हो गया.
शुक्रवार यह दर्दनाक हादसा हुआ जहां भैसों को पानी पिलाने के दौरान नदी में डूबने से बुआ और भतीजी की मौत हो गई. पुलिस ने दोनों शवो आसींद अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिए है. दोनों मृतक बुआ-भतीजी हमेशा साथ ही रहती थी.
करेड़ा थाना प्रभारी पूरणमल मीणा ने कहा कि थाना क्षेत्र के कीडीमाल पंचायत के सालिया गांव की 2 युवतियां शुक्रवार दोपहर पशु चराने जंगल में गई थी.
भैंस को पानी पिलाने वे नदी के पास गई थी
बीएसटीसी फाइनल ईयर की छात्रा तेजी गुर्जर भैंस चरा रही थीं. वह भैंस को पानी पिलाने वे नदी के पास गई. जहां उसका पैर फिसल गया और वह असंतुलित होकर नदी में जा गिरी. वह पानी में डूबने लगी. बुआ तेजी गुर्जर को पानी में डूबती देख दसवीं क्लास में पढ़ रही भतीजी टीना उसे बचाने दौड़ी. अपनी बुआ को बचाने के लिए टीना ने पानी में छलांग लगा दी. लेकिन वह भी गहरे पानी में समा गई. देखते ही देखते परिवार की दोनों बेटियां नदी में डूब गईं.
हादसे की सूचना समाजसेवी मेवाराम गुर्जर ने शिवपुर चौकी पर दी सूचना पर चौकी प्रभारी रेवत सिंह मय जाप्ते मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों की मदद से नदी से दोनों बुआ और भतीजी के शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिए गए. इस हादसे के बाद सालिया गांव सहित आसपास के गांव में मृतक बुआ- भतीजी के परिवार में शोक की लहर है.
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