- श्रीगंगानगर में पादरी बग्गू सिंह ने बीमार सतनाम सिंह को अभिमंत्रित जल पिला कर धर्म परिवर्तन कराया
- सतनाम सिंह को दिन में तीन बार ईसाई प्रार्थना करने और हिंदू धर्म छोड़ने का दबाव डाला और अपमानजनक बातें कही
- सतनाम सिंह और उनके बेटे ने विरोध किया तो पादरी और उसके बेटे अमनदीप ने फोन पर जान से मारने की धमकी दी
श्रीगंगानगर जिले के सरहदी इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एक पादरी पर बीमारी ठीक करने का प्रलोभन देकर एक हिंदू व्यक्ति का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करने का आरोप लगा है. पीड़ित ने हिन्दूमलकोट पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
'अभिमंत्रित जल' पिलाया, फिर कहा- अब तुम ईसाई!
घटना हिन्दूमलकोट थाना क्षेत्र के गांव खाटलबाना की है. गांव निवासी सतनाम सिंह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे. इसी का फायदा उठाते हुए गांव के पादरी बग्गू सिंह ने उन्हें बहकाया. पादरी ने दावा किया कि उस पर प्रभु यीशु की विशेष कृपा है और वह उनकी बीमारी दूर कर देगा.
सतनाम सिंह ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बग्गू सिंह उन्हें अपने घर ले गया और उन्हें 'अभिमंत्रित जल' कहकर कुछ पीने को दिया. सतनाम सिंह ने झांसे में आकर वह जल पी लिया. इसके तुरंत बाद, पादरी ने उनके सिर पर हाथ फेरा और घोषणा कर दी कि "अब तुम ईसाई बन गए हो."
हिंदू धर्म छोड़ने का दबाव और अपमानजनक बातें
मामला यहीं नहीं रुका. पादरी बग्गू सिंह ने सतनाम सिंह को दिन में तीन बार ईसाई प्रार्थना करने का फरमान सुनाया. सबसे गंभीर बात यह है कि उसने पीड़ित को हिंदू धर्म को न मानने और प्रसाद न खाने के लिए भी कहा. आरोप है कि इस दौरान पादरी ने हिंदू धर्म के खिलाफ बेहद अपमानजनक और आपत्तिजनक बातें भी कहीं.
विरोध किया तो मिली 'जान से मारने की धमकी'
जब सतनाम सिंह और उनके बेटे ने पादरी के इन कृत्यों और बातों का कड़ा विरोध किया, तो बग्गू सिंह और उसके बेटे अमनदीप सिंह ने उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के जोधपुर प्रांत के सदस्य कैलाश सिंह मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इसके बाद पीड़ित परिवार ने पादरी और उसके बेटे के खिलाफ हिन्दूमलकोट पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया.
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर गहन जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि पादरी के परिवार ने पुलिस स्टेशन के सामने भी पीड़ित परिवार के साथ मारपीट करने का प्रयास किया, जिससे इलाके में तनाव का माहौल है. क्या यह मामला केवल बीमारी ठीक करने के बहाने किए गए धर्म परिवर्तन के प्रयास तक सीमित है, या इसके पीछे कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा है? पुलिस की जांच से सच्चाई सामने आने की उम्मीद है.