एथेनॉल फैक्ट्री विवाद: हनुमानगढ़ में महापंचायत के ऐलान के बाद प्रशासन अलर्ट, एक दिन पहले इंटरनेट बंद

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एथेनॉल फैक्ट्री को लेकर किसानों का विरोध तेज हो गया है. प्रशासन से वार्ता विफल रही और अब महापंचायत 17 दिसंबर को हनुमानगढ़ जंक्शन की धान मंडी में होगी. इंटरनेट सेवाएं बंद, पुलिस अलर्ट पर है. - मनीष शर्मा की रिपोर्ट

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हनुमानगढ़ जिले में 17 दिसंबर को को महापंचायत होगी.

Rajasthan News: हनुमानगढ़ जिले में एथेनॉल फैक्ट्री का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. टिब्बी इलाके के राठी खेड़ा गांव में फैक्ट्री निर्माण को लेकर किसान लंबे समय से नाराज हैं. हाल ही में हुई आगजनी और तोड़फोड़ ने माहौल को और गर्म कर दिया है.

किसानों ने कल 17 दिसंबर को जिला कलेक्ट्रेट पर महापंचायत का ऐलान किया था लेकिन अब जगह बदल गई है. प्रशासन की कोशिशों से किसान नेताओं के साथ वार्ता हुई मगर कोई बड़ा समझौता नहीं बन पाया. फिर भी महापंचायत अब हनुमानगढ़ जंक्शन की धान मंडी में होगी. यह फैसला सोमवार शाम 6 बजे हुई बैठक में लिया गया.

जानें वार्ता में क्या हुआ

जिला कलेक्टर ने किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया था. बैठक में प्रशासन ने माहौल शांत करने की अपील की. कलेक्टर ने कहा कि महापंचायत में ट्रैक्टर न लाएं क्योंकि इससे अव्यवस्था फैल सकती है. किसानों ने इस पर सख्त ऐतराज जताया और आरोप लगाया कि प्रशासन उनके ट्रैक्टरों को हथियार बता रहा है.

वार्ता के बाद एनडीटीवी के संवाददाता ने दोनों पक्षों से बात की. किसान नेताओं ने साफ कहा कि उनका विरोध जारी रहेगा जब तक फैक्ट्री का निर्माण रुक नहीं जाता. प्रशासन ने किसानों को मनाने की कोशिश की लेकिन सहमति सिर्फ महापंचायत की जगह पर बनी.

कल की महापंचायत और तैयारियां

कल दोपहर धान मंडी में महापंचायत होगी जहां किसान अपनी मांगें जोरदार तरीके से रखेंगे. किसान गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा समर्थन जुटा रहे हैं. दूसरी तरफ पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर है. तनाव को देखते हुए जिले भर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है जो कल दोपहर 12 बजे तक रहेगी. इससे अफवाहों पर लगाम लगाने की कोशिश है. आज दोपहर संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया प्रेस वार्ता करेंगे जहां वे किसानों के पक्ष पर अपनी राय रख सकते हैं.

10 दिसंबर को हो गया था हंगामा 

यह विवाद पुराना है. किसान मानते हैं कि फैक्ट्री से पर्यावरण और खेती को नुकसान होगा. 10 दिसंबर को महापंचायत बुलाई गई थी जहां आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. उसके बाद किसान फैक्ट्री की ओर बढ़े तो पुलिस ने रोका. इससे गुस्साई भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी कर दी. प्रशासन अब किसानों को समझाने में लगा है लेकिन किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है.

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केंद्रीय मंत्री से सांसदों ने की मुलाकात

एथनॉल फैक्ट्री को लेकर किसानों में व्याप्त आक्रोश और पर्यावरणीय चिंताओं के मद्देनज़र गंगानगर-हनुमानगढ़ से सांसद कुलदीप इंदौरा ने प्रदेश के अन्य सांसदों के साथ केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाक़ात की.

इस दौरान किसानों की आशंकाओं, जल-संसाधनों पर संभावित प्रभाव, पर्यावरणीय संतुलन तथा स्थानीय जनभावनाओं को लेकर विस्तृत और गंभीर चर्चा की गई. सांसदों ने स्पष्ट रूप से कहा कि किसानों के हित, पर्यावरण की सुरक्षा और क्षेत्र की जल-सुरक्षा से कोई समझौता स्वीकार्य नहीं है.
 

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