भरतपुर के डीग में एक विवाहिता का अंतिम संस्कार हो रहा था. तभी वहां अचानक पुलिस पहुंच गई और उसने जलती हुई चिता से शव को खींच लिया. इस घटना से हर कोई हैरान है. डीग के खोह थाना क्षेत्र के गांव ककड़ा में एक 36 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतका की पहचान सरला के रूप में हुई है, जिसकी शादी 2005 में गांव के अशोक से हुई थी. पुलिस के अनुसार, सरला की हत्या कर उसके शव को घर में ही गोबर के उपलों के बिटोरे में जलाने की कोशिश की गई.
पुलिस को सूचना मिलने पर उन्होंने परिवार को अंतिम संस्कार करने से रोका, लेकिन परिवार ने शव को श्मशान ले जाकर जलाने की कोशिश की. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अधजले शव को अपने कब्जे में लिया. सरला के भाई विक्रांत ने अपने जीजा अशोक और उसके परिवार पर सरला की हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि बच्चा न होने के कारण अशोक लगातार सरला को प्रताड़ित और मारता-पीटता था. इससे पहले भी कई बार उन्होंने परिवार को समझाया, लेकिन उन्होंने अपनी हरकतें जारी रखीं.
हत्या किन कारणों से हुई, पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए डीग अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया है. सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
खोह थाना अधिकारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि सूचना मिली थी कि गांव ककड़ा में सरला नाम की विवाहिता की हत्या कर दी गई है. शव को घर में ही बने एक बटोरे में जलाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और ससुराली जनों को निर्देश दिए कि पुलिस के आने से पहले अंतिम संस्कार नहीं किया जाए, लेकिन फिर भी ससुराल ने पुलिस के पहुंचने से पहले ही शव को बटोरे से निकलकर श्मशान में ले जाकर अंतिम संस्कार करना शुरू कर दिया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अधजले शव को कब्जे में ले लिया. मृतका की शादी 2005 में हुई थी और उसके कोई संतान नहीं है.