Punjab Assembly polls 2022: 'बेअदबी' के आरोपियों को सार्वजनिक तौर पर फांसी दिए जाने की वकालत करने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Sidhu)ने पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) पर 'हमला' बोला. पंजाब कांग्रेस के प्रमुख सिद्धू ने पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर को 'अभिमानी राजा' (arrogant king)करार दिया और पीएम मोदी को लेकर 'खुशामदी' व्यवहार का आरोप लगाया. सिद्धू के पंजाब के पूर्व कद्दावर कांग्रेस नेता अमरिंदर के खिलाफ इस बयान को फरवरी-मार्च 2022 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 'तैयारी' के तौर पर देखा जा रहा है. अमरिंदर ने पंजाब लोक कांग्रेस पाटी का गठन किया है और वे एक समय कांग्रेस की प्रमुख विरोधी, बीजेपी के साथ गठबंधन करके चुनाव में उतर रहे हैं.
सरकार बनाना उद्देश्य है, महज कांग्रेस को हराना नहीं : कैप्टन अमरिंदर सिंह
न्यूज एजेंसी ANI ने सिद्धू के हवाले से कहा, 'कैप्टन (अमरिंदर) ने कहा कि सिद्धू के लिए रास्ते बंद हो चुके हैं लेकिन आज देखिए..वे घर में बैठे हैं और पीएम मोदी की 'शरण' में पहुंच गए हैं. ' सिद्धू का यह बयान, कैप्टन के अप्रैल के उस बयान के संदर्भ में है जिसमें पंजाब के पीएम ने कहा था कि उन्होंने अपने दरवाजे नवजोत के लिए बंद कर दिए हैं.सिद्धू के AAP से जुड़ने की अटकलों के बीच कैप्टन ने यह बयान दिया था. अमरिंदर सिंह ने पिछले सप्ताह पंजाब चुनाव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की बीजेपी के साथ गठबंधन का ऐलान किया था. अमरिंदर के कांग्रेस छोड़ने के बाद यह अपेक्षित ही थी. अमरिंदर ने कहा था, 'गठबंधन...101 फीसदी चुनाव में जीत हासिल करेगा. ' इसी दिन करीब 22 कांग्रेस नेता, अमरिंदर के साथ जुड़ गए थे. इस कदम से कांग्रेस में चिंता और अमरिंदर की नई सहयोगी (बीजेपी) में प्रसन्नता है.
गौरतलब है कि रविवार को मलेरकोटला में एक रैली को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि बेअदबी के मामलों ने लोगों की भावनाओं को आहत किया है और इस मामलों में दोषी लोगों को सार्वजनिक फांसी दी जानी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि 'एक समुदाय के खिलाफ साजिश' और कट्टरपंथी ताकतें पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश कर रही हैं.सिद्धू का बयान ऐसे समय आया है, जब पंजाब के ज्यादातर नेता विधानसभा चुनाव से पहले इस मामले पर बहुत सावधानी से प्रतिक्रिया दे रहे हैं. अधिकांश प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने कथित बेअदबी के प्रयासों की कड़ी निंदा की है और उनके पीछे एक साजिश की ओर इशारा किया है. लेकिन आरोपियों की मॉब लिंचिंग पर बोलने से बच रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी कथित बेअदबी के प्रयासों की निंदा की, लेकिन लिंचिंग पर वे चुप ही रहे थे. (ANI से भी इनपुट)