AAP सांसद मीत हेयर ने संसद में उठाया राजपुरा-चंडीगढ़ रेलवे कनेक्टिविटी का मुद्दा, रखी ये मांग

मीत हेयर ने इसके लिए बादल परिवार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पहले यह रूट इसलिए मुकम्मल नहीं हो पाया क्योंकि इस रूट पर एक सियासी परिवार की बसें चलती थी, लेकिन अब राज्य में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार है.

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चंडीगढ़:

आम आदमी पार्टी (आप) के संगरूर से लोकसभा सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बुधवार को संसद में मालवा क्षेत्र के लिए राजपुरा-चंडीगढ़ रेलवे कनेक्टिविटी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि मालवा क्षेत्र के लोग सेहत सुविधाएं, पढ़ाई और सरकारी कामकाज के लिए चंडीगढ़ पर निर्भर है, इसलिए इस रूट को रेलवे से जोड़ा जाना बेहद जरूरी है.

गुरमीत सिंह मीत हेयर ने इसके लिए बादल परिवार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पहले यह रूट इसलिए मुकम्मल नहीं हो पाया क्योंकि इस रूट पर एक सियासी परिवार की बसें चलती थी, लेकिन अब राज्य में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार है. इब यह संभव हो सकता है क्योंकि पंजाब सरकार की तरफ से पूरा सपोर्ट है. इसीलिए मैं विनती करता हूं कि वह रूट पूरा किया जाए. इससे लोगों को आर्थिक तौर पर भी फायदा होगा और सड़कों पर होने वाले एक्सीडेंट भी कम होंगे, बशर्ते अगर रेलवे वाले एक्सीडेंट कम हो जाए.

अपने भाषण की शुरुआत में गुरमीत सिंह मीत हेयर ने शहीद उद्यम सिंह को नमन किया और कहा कि वह मेरे लोकसभा हल्के के अंतर्गत आने वाले सुनाम के रहने वाले थे. आज उनका शहीदी दिवस है.

उन्होंने एक और मांग की और कहा कि रेलवे में सीनियर सिटीजन को जो कंसेशन मिलता था उसे सरकार ने पिछले चार साल से बंद कर दिया है, उसे दोबारा शुरू किया जाए क्योंकि रोज बड़ी गिनती में सीनियर सिटीजन रेलवे में सफर करते हैं. वहीं ट्रांसजेंडरों को 40% और महिलाओं को 50% कंसेशन मिलता था वह भी इस साल के बजट में बंद कर दिया गया है उसे भी दोबारा से चालू किया जाए. 

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मीत हेयर ने संसद में ईडीएफसी रूट को बढ़ाने की मांग की और कहा कि अभी वह लुधियाना से लेकर बंगाल तक है. मेरी विनती है कि इसे जालंधर और अमृतसर तक बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि अभी पंजाब की इंडस्ट्री मरी पड़ी है जबकि जालंधर में स्पोर्ट्स और लेदर का सामान बनता है और अमृतसर में फैब्रिक बनता है. इस रूट के विस्तार होने से दोनों जगहों की इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा उन्होंने रेलवे फ्लाईओवर के बनने में सड़क के मुकाबले ज्यादा समय लगने का जिक्र किया और कहा कि दोराहे का रेलवे फ्लाईओवर बहुत समय से पेंडिंग बड़ा है जिसकी वजह से कनेक्टिविटी नहीं हो पा रही, कृपया उसे पूरा करवाया जाए.

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