Thomas Cup: भारत ने रचा इतिहास, थॉमस कप में मलेशिया को हराकर पदक पक्का किया

भारत ने थॉमस कप में इससे पहले तीन बार - साल 1952, 1955 और 1979 में सेमीफाइनल में जगह बनाई थी लेकिन तब सिर्फ फाइनलिस्ट टीमों को पदक दिए जाते थे. हालांकि इस बार भारतीय टीम ने अपने लिए कांस्य पदक पक्का कर लिया है. 

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थॉमस कप में भारत का मेडल पक्का
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  • थॉमस कप में भारत ने मलेशिया को हराया
  • भारतीय टीम ने थॉमस कप में पदक पक्का किया
  • आखिरी मैच में एच एस प्रणय ने भारत को जीत दिलाई
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नई दिल्ली:

भारतीय बैडमिंटन टीम ने गुरुवार को थॉमस कप में पांच बार की चैंपियन मलेशिया को एक रोमांचक क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 3-2 से हराकर इतिहास रच दिया है. इस शानदार जीत के साथ भारत ने थॉमस कप के इतिहास में अपना पहला पदक भी पक्का कर लिया.


सिंगल्स के तीसरे और आखिरी मैच में एच एस प्रणय ने लिओंग जून हाओ को 21-13, 21-8 से हराकर क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीता. इससे पहले दोनों टीमें दो डबल्स और दो सिंगल्स के मैच जीतकर 2-2 से बराबरी पर चल रही थी.

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भारत ने थॉमस कप में इससे पहले तीन बार - साल 1952, 1955 और 1979 में सेमीफाइनल में जगह बनाई थी लेकिन तब सिर्फ फाइनलिस्ट टीमों को पदक दिए जाते थे. हालांकि इस बार भारतीय टीम ने अपने लिए कांस्य पदक पक्का कर लिया है. 

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वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले लक्ष्य सेन को सिंगल्स के पहले मैच में ली ज़ी जिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद पहले डबल्स मुकाबले में जीत हासिल कर सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने भारत की वापसी कराई. किदांबी श्रीकांत ने दुसरे सिंगल्स का मैच जीतकर भारत को 2-1 से बढ़त देने का काम किया. हालांकि अनुभवहीन कृष्ण प्रसाद गरगा और विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला को दूसरे डबल्स मैच में हार मिली, जिसकी वजह से तीसरा और आखिरी सिंगल्स का मैच निर्णायक बन गया.

पहले सिंगल्स के मुकाबले में लक्ष्य ने अपने दोनों गेम पॉइंट्स गवां दिए, जिसके कारण शुरुआती गेम में उन्हें 21-23 से हार मिली. जबकि दूसरा गेम एकतरफा रहा, जिसमें ली ने पहले 7-0 से लीड ली और आखिरी में 21-9 से मैच अपने नाम किया.

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डबल्स में सात्विकसाईराज और चिराग ने 21-19, 21-15 जीत हासिल कर मुकाबले को बराबरी पर लाने का काम किया. ये मैच 41 मिनट तक खेला गया. वहीं किदांबी श्रीकांत ने दूसरे सिंगल्स में मलेशियाई खिलाड़ी एनजी त्ज़े योंग को 21-11, 21-17 हराकर भारत को लीड दिलाई. हालांकि दूसरे डबल्स मुकाबले में कृष्ण प्रसाद गरगा और विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला की जोड़ी को 19-21, 17-21 से हार झेलना पड़ा. शुक्रवार को होने वाले सेमीफाइनल मैच में भारत को दूसरे क्वार्टर फाइनल की विजेता टीम के खिलाफ खेलना होगा. दूसरा क्वार्टर फाइनल मुकाबला डेनमार्क और कोरिया के बीच खेला जाएगा.

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