'विरोधी घबरा जाते हैं...', NDTV YUVA कार्यक्रम में 'मिनी क्यूबा' की बेटियों ने लगाई दहाड़

NDTV YUVA: NDTV युवा के मंच पर पूजा रानी ने कहा, जब हम किसी टूर्नामेंट में खेलते हैं तो हरियाणा के मुक्केबाजों के सामने प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज घबरा जाती हैं.

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पूजा रानी से NDTV YUVA मंच पर की खास बातचीत

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  • हरियाणा के भिवानी को मिनी क्यूबा कहा जाता है, जहां महिला मुक्केबाजी का विकास धीरे-धीरे हुआ है
  • पूजा रानी ने बताया कि उनके परिवार में लड़कियों की मुक्केबाजी को शुरू में समर्थन नहीं मिला था
  • नूपुर श्योराण ने कहा कि उन्हें परिवार में कभी लैंगिक भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ा है
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NDTV YUVA: NDTV युवा के मंच पर जब पूजा रानी से सवाल किया गया कि उन्होंने अब तक का सबसे अजीब काम क्या किया है? तो उन्होंने जवाब में कहा, 'जब भी हरियाणा का नाम आता है तो हर कोई सोचता है कि वह कुछ बड़ा करेगा. जब भी हम किसी टूर्नामेंट में खेलते हैं तो हरियाणा के मुक्केबाजों का सामना करते हुए हर प्रतिद्वंद्वी घबरा जाता है. हम जिस जगह से आते हैं भिवानी, उसे 'मिनी क्यूबा' के नाम से भी जाना जाता है. भिवानी में महिला मुक्केबाजी का आगमन काफी देर से हुआ. हमारे परिवार में भी लोग लड़कियों की मुक्केबाजी के खिलाफ थे. हरियाणा में लड़कियों को परिवारों से ज्यादा सहयोग नहीं मिलता था, लेकिन हमारी सफलता ने आने वाली पीढ़ियों के लिए रास्ता बनाया. चीजें आसान कर दी.'

नूपुर को काभी भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ा

लिवरपूल में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में 81 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीतने वाली नूपुर श्योराण से लैंगिक असमानता के बारे में पूछा गया था. उन्होंने जवाब दिया, 'मैं अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी हूं, जिसने भारत का प्रतिनिधित्व किया है. मेरे परिवार में कभी भेदभाव नहीं हुआ. दरअसल, मेरे और मेरे भाई के बीच मुझे हमेशा प्राथमिकता दी जाती रही. मुझे पता है कि महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार होता है, इस बारे में हरियाणा को अक्सर नकारात्मक रूप में दिखाया जाता है, लेकिन आज स्थिति बदल गई है.'

बातचीत के दौरान नूपुर ने कहा कि हरियाणा में अब कई परिवार अपनी बेटियों को आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.

आपको बात दें कि चार से 14 सितंबर के बीच इंग्लैंड के लिवरपूल में आयोजित हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत ने कुल चार मेडल जीते थे. देश को ये चारों मेडल हरियाणा की बेटियों ने दिलाए थे. इनमें तीन एथलीट भिवानी से हैं. 

भिवानी की जैस्मिन ने गोल्ड मेडल, नूपुर ने सिल्वर मेडल, जबकि पूजा ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. नूपुर देश में बॉक्सिंग के जनक कहे जाने वाले स्वर्गीय कैप्टन हवा सिंह की पोती हैं. 

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