टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में खिलाड़ियों के द्वारा कुछ ऐसे कारनामें देखे जा रहे हैं जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया है. चाहे वो 13 साल की उम्र में गोल्ड मेडल जीतने वाली स्ट्रीट स्केटबोर्डिंग मोमिजी निशिया हों या फिर भारत की मीराबाई चानू हों जिन्होंने वेटलिफ्टिंग में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीतने का कारनामा किया. इन खिलाड़ियों के शानदार परफॉर्मेंस ने दुनिया भर के खेल प्रमियों का दिल जीत लिया है. इसके अलावा इस ओलंपिक में कुछ ऐसे कोच भी हैं जो अपनी हरकतों की वजह से सुर्खियां बटोर रहे हैं. खासकर ऑस्ट्रेलिया की स्वीमर एरिएने टिटमस (Ariarne Titmus) के कोच डीन बॉक्सल ने अपनी हरकत से खूब सर्खियां बटोरी. अब एक और खिलाड़ी के कोच की हरकत ने सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर ली है. इस बार जर्मन जूडो प्लेयर मार्टिना ट्रैजडोस (Martyna Trajdos) के कोच सुर्खियों में आए हैं.
दरअसल मार्टिना का मैच मैच हंगरी की सोज्फी ओजबस (Szofi Ozbas) के साथ होना था. उस मैच से पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें मार्टिना के कराटे मैच में जाने से पहले उनके कोच उनके गाल में दो-चार थप्पड़ मारते हैं और साथ ही उन्हें कसकर हिलाते हुए दिख रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखकर हर कोई हैरान है. यहां तक कि खेल प्रेमी कोच के इस व्यवहार से हैरान हैं और उनके इस तरीके को सही नहीं मान रहे हैं.
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हालांकि मार्टिना यह मैच हार कर टूर्नामेंट से बाहर हो जाती है लेकिन उनके कोच के इस अंदाज पर लोग लगातार कमेंट करते नजर आए. बाद में खुद मार्टिना ने कोच को इस व्यवहार का खंडन अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर किया और लिखा कि, यह हमारे देश का एक धार्मिक संस्कार है, जिसे मैच से पहले किया जाता है.
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मार्टिना ने अपने पोस्ट में लिखा है कि इसमें कोच की कोई गलत मंशा नहीं है और न ही यह उनका कोचिंग का अंदाज है. लेकिन जो भी हो लेकिन कोच का यह अंदाज हर किसी को हैरान कर रहा है.