India vs Australia Hockey Team: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पांच मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट में दुनिया की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया को बुधवार को एडिलेड में 4-3 से हराकर उलटफेर किया. शुरुआती दोनों मैचों (IND vs AUS) में जीत दर्ज करने में नाकाम रहा भारत इस अप्रत्याशित सफलता के साथ सीरीज को जीवंत रखने में कामयाब रहा. ऑस्ट्रेलिया ने इस साल की शुरुआत में बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों (Birmingham Commonwealth Games) के फाइनल में टीम इंडिया को 7-0 से हराया था, जिस कारण भारत के हाथ सिल्वर मेडल ही लग सका इसलिए भी ये उनके लिए लिए यह एक दुर्लभ जीत थी.
टीम के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह (Harmanpreet Singh) (12वें मिनट), अभिषेक (47वें मिनट), शमशेर सिंह (57वें मिनट) और आकाशदीप सिंह (60वें मिनट) ने गोल किए.
ऑस्ट्रेलिया के लिए जैक वेल्च (25वें), कप्तान एरान जालेवस्की (32वें) और नाथन इफ्राम्स (59वें) ने गोल दागे.
इस जीत के बाद भारत सीरीज में 1-2 से पिछड़ रहा है. मेहमान टीम को पहले दो टेस्ट मैच में 4-5 और 4-7 से हार का सामना करना पड़ा था.
सीरीज का चौथा मैच (India Hockey Team vs Australia) शनिवार और आखिरी मैच रविवार को खेला जाएगा.
भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 13 मैच के बाद यह पहली जीत है.
इस मैच में दोनों टीमों ने धैर्यपूर्वक शुरुआत की और जवाबी हमले की जगह विरोधी टीम को मौका देने से बचने की कोशिश की.
हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने सातवें मिनट मैच का पहला मौका बनाया लेकिन उसके खिलाड़ी भारतीय रक्षापंक्ति को चकमा देने के बाद गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक की सजगता से पार नहीं पा सके.
इसके पांच मिनट के बाद भारतीय कप्तान ने पेनल्टी कॉर्नर पर ताकत का इस्तेमाल करने की जगह ‘प्लेसमेंट' पर ध्यान देते हुए ऑस्ट्रेलिया के गोलकीपर जोहान डर्स्ट की दाहिनी ओर गोल कर भारत को बढ़त दिला दी.
इसके तुरंत बाद युवा खिलाड़ी सुखजीत सिंह ने अपने कौशल का शानदार परिचय दिया लेकिन उनका प्रयास गोल में नहीं बदल सका.
मैच के दूसरे हाफ में 20वें मिनट में भारत के अनुभवी गोलकीपर पी आर श्रीजेश गोल करने के दो और प्रयास को विफल कर दिए. उन्होंने मैदानी शॉट पर शानदार बचाव करने के एक मिनट बाद पेनल्टी कॉर्नर पर ऑस्ट्रेलिया को गोल करने से रोका .
ऑस्ट्रेलिया ने 25वें मिनट में बराबरी हासिल की जब वेल्च ने सीरीज का अपना तीसरा गोल किया. श्रीजेश ने पेनल्टी कॉर्नर पर जैरी टिम हावर्ड के प्रहार पर जेरी हेवर्ड की ड्रैग-फ्लिक को विलफ किया लेकिन वेल्च ने रिबाउंड पर इसे गोल में बदल दिया.
मध्यांतर के बाद घरेलू टीम ने बढ़ल लेने के लिए अधिक जोर लगाना शुरू किया और दो मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये. श्रीजेश एक को रोकने में सफल रहे जबकि टिम होवार्ड के शॉट पर कप्तान जालेवस्की ने गोल कर ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से आगे कर दिया.
मैच के आखिरी क्वार्टर में अभिषेक ने हरमनप्रीत के फ्लिक को गोल पोस्ट में डाल स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया. भारत को इसके बाद 52वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन टीम इसे भुनाने में नाकाम रही. राजकुमार पाल का शॉट इसके बाद सर्किल के दूर से निकल गया.
भारतीय टीम (Team India) ने इस क्वार्टर में बेहतर खेल दिखाया और टीम एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही. जुगराज के प्रयास के विफल होने के बाद शमशेर ने गेंद पर नियंत्रण बनाकर गोल दाग दिया.
मैच के आखिरी मिनट में इफ्राम्स के गोल से ऑस्ट्रेलिया ने बराबरी की लेकिन आखिरी हूटर बजने से 54 सेकंड पहले भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे मंदीप सिंह के शॉट पर आकाशदीप ने गोल में बदल कर टीम को यादगार जीत दिला दी.