ऑनलाइन कोचिंग के सहारे हो रही है दीपा कर्माकर की प्रैक्टिस, टोक्यो जाने की उम्मीद बरक़रार

रियो ओलिंपिक्स 2016 में जिमनास्टिक्स की प्रतियोगिता में चौथे नंबर पर आकर इतिहास बनाने वाली दीपा कर्माकर (Dipa Karmakar) एक बार फिर बेताबी से टोक्यो (Tokyo Olympic) के टिकट का इंतज़ार कर रही है

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ऑनलाइन कोचिंग के सहारे हो रही है दीपा कर्माकर की प्रैक्टिस

रियो ओलिंपिक्स 2016 में जिमनास्टिक्स की प्रतियोगिता में चौथे नंबर पर आकर इतिहास बनाने वाली दीपा कर्माकर (Dipa Karmakar) एक बार फिर बेताबी से टोक्यो (Tokyo Olympic) के टिकट का इंतज़ार कर रही है. इस बार सब इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें टोक्यो से पहले क्वालिफ़ाइंग वर्ल्ड कप में जाने का मौक़ा मिलता है या नहीं. या यूं कहें कि कोविड महामारी (Covid-19) के दौर में अंतर्राष्ट्रीय जिमनास्टिक्स परिषद FIG इस टूर्नामेंट का आयोजन करवा पाता है या नहीं. भारतीय जिमनास्टिक्स कोच बीएस नंदी कहते हैं, "अंतर्राष्ट्रीय जिमनास्टिक्स संघ ने हमें भरोसा दिलाया है कि वो टोक्यो से पहले कम से कम एक टूर्नामेंट का आयोजन ज़रूर करवाएगी. कोरोना महामारी पर अगर नियंत्रण रह पाता है तो ये मुमकिन है और मैं इसी का इंतज़ार कर रहा हूं."

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दीपा कर्माकर कहती हैं कि कोरोना महामारी से उनका निजी तौर पर भी बड़ा नुकसान हुआ है. उनमें बहुत फ़्रस्ट्रेशन भी आ गया है. मगर दीपा कहती हैं, "मेरी तैयारी पिछले बार से भी अच्छी है. कई बार रोना भी आता है. लेकिन उम्मीद करती हूं कि मुझे क्वालिफ़ाई करने का एक मौक़ा ज़रूर मिलेगा."

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त्रिपुरा में भी कोरोना के बढ़ते नंबर्स की वजह से वहां 26 मई तक लॉकडाउन लगा हुआ है. इस वजह से दीपा कोच नंदी के साथ अगरतला के मॉडर्न नेताजी सुभाष बोस रिजनल कोचिंग सेंटर  में अभ्यास नहीं कर पा रही हैं. कोच नंदी उनकी फ़िटनेस का पूरा ख़्याल रख रहे हैं. ऑनलाइन कोचिंग के ज़रिये वो उनकी फ़ियनेस पर पूरी नज़र भी रख रहे हैं. लेकिन ऑनलाइन तैयारी में एलेमेंट्स की बारीक़ तैयारी मुमकिन नहीं. फिर भी नंदी कहते हैं, "एक हफ़्ते का भी वक्त मिल गया तो दीपा किसी भी कंपीटिशन के लिए तैयार है.

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रियो ओलिंपिक्स और उससे पहले 2014 के ग्लासगो कॉमनवेल्थ खेलों में प्रोदुनोवा वॉल्ट करने की वजह से दीपा ने खूब सुर्खियां बटोरीं. लेकिन इस दफ़ा 27 साल की दीपा फ्रंट समरसाल्ट से 540 डिग्री टर्न स् (D- या डिफ़िकल्टी प्वाइंट 5.4) और सुकारा 720 डिग्री बैक  (D- 5.60) का अभ्यास कर रही हैं. ऐसे में पिछली दफ़ा से वो कम डिफ़िकल्टी वाले एलेमेंट्स  की तैयारी कर रही हैं. दीपा ने आख़िरी बार अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में क़रीब तीन साल पहले 2018 में अज़रबैजान के बाकू में हुए ओलिंपिक क्वालिफ़ाइंग टूर्नामेंट में हिस्सा लिया. लेकिन चोट की वजह से वो वहां फ़ाइनल के दोनों एलेमेंट्स को पूरा नहीं कर सकीं और क्वालिफ़ाई करने का मौक़ा गंवा दिया. दीपा को उम्मीद है कि पिछली बार की तरह इस बार भी उन्हें आख़िरी वक्त तक टोक्यो का टिकट हासिल हो सकता है. 

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नंदी कहते हैं कि मौक़ा मिला तो इस बार प्रणति नायक (जिन्हें टोक्यो ओलिंपिक्स का टिकट हासिल हो चुका है) के अलावा कोलकाता की 16 साल की प्रतिष्ठा सामंत और  पुरुष वर्ग में योगी और राकेश पात्रा के क्वालिफ़ाई करने की उम्मीदें हैं. ओलिंपिक में पदक की बात पर वो हंसते हुए कहते हैं पहला स्थान तो अमेरिका की सिमोन बाइल्स के लिए तय है (अमेरिका की, ओलिंपिक खेलों की चार स्वर्ण पदक विजेता, 24 साल की सुपरस्टार सिमोन बाइल्स ने एक दिन पहले ही युरिचेंको डबल पाइक वॉल्ट कर इतिहास कायम कर दिया). लेकिन दूसरे और तीसरे नंबर की बात क्वालिफ़ाई करने के बाद ज़रूर की जा सकती है.

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