करिश्माई कप्तान सुनील छेत्री को यह स्वीकार करने में कोई झिझक नहीं है कि आगामी एशियाई कप फुटबॉल में भारत के ग्रुप प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया और उज्बेकिस्तान गुणवत्ता के मामले में उनकी टीम से बेहतर है, लेकिन उन्होंने माना कि खिलाफ खेलने से टीम के स्तर को परखने का एक मौका मिलेगा. इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में ग्रुप बी में शामिल भारत का सामना 13 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया से होगा. टीम इसके बाद उज्बेकिस्तान (18 जनवरी) और सीरिया (23 जनवरी) से भिड़ेगी. प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें और छह समूहों में से चार सर्वश्रेष्ठ तीसरे स्थान वाली टीमें नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी.
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छेत्री ने कहा, ‘यह हमारे लिए एक बड़ा टूर्नामेंट है. हमें एशिया में सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलने का मौका मिलेगा. ऑस्ट्रेलिया और उज्बेकिस्तान जैसी टीमें शायद विश्व कप स्तर की हैं, इसलिए आप उनके खिलाफ खुद को परख सकते हैं.' भारतीय कप्तान ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि हमने पिछले सात-आठ वर्षों में काफी सुधार किया है. आप बड़ी टीमों के साथ खेल कर ही खुद को आंक सकते हैं. आपके पास उनके खेल की गति और रणनीति को समझने का मौका होगा. हमारे लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है.'
अपना तीसरा एशियाई कप खेल रहे 39 साल के छेत्री उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2011 में भारत को 4-0 से हराया था. छेत्री ने हालांकि माना कि जब भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन अब स्थिति काफी अलग है और उनकी टीम की तैयारी बेहतर है. उन्होंने कहा, ‘तब हमें ऑस्ट्रेलिया टीम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. अभी हमारे पास उनकी टीम के खिलाड़ियों की जानकारी है. हमने फलस्तीन और बहरीन के खिलाफ उनके मैत्री मैच देखे हैं. हम जानते हैं कि उनके खिलाड़ी किस लीग में हैं. हम खिलाड़ियों के व्यक्तिगत खेल के वीडियो का भी आकलन कर रहे है.'