भारतीय चैलेंजर डी गुकेश और चीन के गत चैंपियन डिंग लिरेन ने बुधवार को यहां विश्व शतरंज चैंपियनशिप की आठवीं बाजी में लगातार पांचवां ड्रॉ खेला जिससे दोनों समान अंकों के साथ बराबरी पर चल रहे हैं. इस ड्रॉ बाजी के बाद दोनों खिलाड़ियों के खाते में 4-4 अंक हैं जो चैंपियनशिप जीतने के लिए जरूरी 7.5 अंक से अब भी 3.5 अंक कम है. दोनों खिलाड़ी आठवीं बाजी में 51 चाल के बाद ड्रॉ पर सहमत हो गए. यह 14 दौर के मुकाबले का छठा ड्रॉ था.
चीन के 32 वर्षीय लिरेन ने शुरुआती बाजी जीती थी जबकि 18 वर्षीय गुकेश तीसरी बाजी में विजयी रहे थे. दूसरी, चौथी, पांचवीं, छठी और सातवीं बाजी भी ड्रॉ रही. लिरेन ने अधिक जोखिम नहीं लेने का फैसला किया और ड्रॉ की पेशकश होने पर इसे स्वीकार कर लिया. आठवीं बाजी चार घंटे से अधिक समय तक चली.
इस 25 लाख डॉलर इनामी चैंपियनशिप में अब सिर्फ छह और बाजी बची हैं. अगर 14 दौर के बाद भी मुकाबला बराबर रहता है तो विजेता का फैसला 'फास्टर टाइम कंट्रोल' (ब्लिट्ज शतरंज का एक प्रकार) के तहत होगा. मैच के नतीजे में अगली दो बाजियों के अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है जो लगातार खेली जाएंगी.
यह आश्चर्यजनक था जब गुकेश ने दोहराव के माध्यम से शुरू में ड्रॉ के लिए नहीं जाने का फैसला किया जिससे बाजी कुछ समय पहले खत्म हो जाती. गुकेश ने कहा,"अगर मुझे लगता कि मैं बदतर स्थिति में हूं तो मैं ड्रॉ ले लेता लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. मुझे बहुत सटीक होना था, मैं उसके एक मोहरे से चूक गया. मुझे यकीन नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि उस स्थिति में और अधिक चालें थीं."
उन्होंने कहा,"जिस स्थिति में मैंने चाल को नहीं दोहराया, मुझे नहीं लगा कि मैं ज्यादा खतरे में हूं. मैंने हमेशा सोचा कि उसके कमजोर राजा और बी3 पर मेरे मजबूत प्यादे के साथ, मुझे खेलना चाहिए. मुझे लगा कि शायद मेरे पास कुछ मौके भी हो सकते हैं. लेकिन ठीक है यह सिर्फ स्थिति का गलत आकलन था."
चौथी बार सफेद मोहरों से खेलते हुए लिरेन ने 'इंग्लिश ओपनिंग' के साथ शुरुआत की जबकि गुकेश ने एलेक्सेई शिरोव का पसंदीदा वैरिएशन चुना. लिरेन को एक बार फिर गुकेश की शुरुआती चाल का जवाब देने में काफी समय लगा. गुकेश ने अच्छी शुरुआत के साथ लिरेन को लगातार हैरान करने के लिए अपनी टीम को धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा,"मेरी टीम बहुत अच्छा काम कर रही है, ना केवल 'गाजू' (ग्रजेगोर्ज गजेवस्की) बल्कि टीम के अन्य सदस्य भी, हम अच्छी ओपनिंग से उसे हैरान करने में सफल रहे. मैं अपनी टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं और उम्मीद है कि और भी दिलचस्प विचार सामने आएंगे." खेल के दौरान लिरेन को एक प्यादे का बलिदान देना पड़ा और चीन के खिलाड़ी ने कहा कि यह उनके गलत अनुमान के कारण हुआ. लिरेन ने कहा,"आज खेल के दौरान मुझे ऐसा लगा ही नहीं कि मैं जीत रहा हूं."
गुकेश को अगली बाजी में सफेद मोहरों से खेलने का फायदा मिलेगा लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि लिरेन भारत के स्टार खिलाड़ी को इतनी कड़ी चुनौती पेश करेंगे.
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