- उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में मंगलवार शाम को हुई तेज बारिश ने शहर की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी.
- ग्रेटर नोएडा में कई जगहों पर सड़कें पूरी तरह से तालाब बनी नजर आईं. जलभराव के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई.
- जगह-जगह जलभराव से ट्रैफिक रेंगता नजर आया और दफ्तर से घर लौट रहे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में मंगलवार शाम को हुई तेज बारिश ने शहर की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण गोल चक्कर के पास की सड़क पूरी तरह से तालाब में बदल गई, जबकि 130 मीटर रोड भी जलमग्न हो गई. हालात यह रहे कि जगह-जगह जलभराव से ट्रैफिक रेंगता नजर आया और दफ्तर से घर लौट रहे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण हर साल मॉनसून से पहले करोड़ों रुपए खर्च कर ड्रेनेज सफाई का दावा करता है, लेकिन बारिश में सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो जाती हैं. बारिश के बाद प्राधिकरण कार्यालय के पास की मुख्य सड़क डूब जाने से सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर ड्रेनेज सफाई के नाम पर खर्च कहां हो रहा है.
जलभराव से लोगों को हुई परेशानी
शहर के कई अन्य हिस्सों में भी जलभराव से लोग परेशान दिखे. ट्रैफिक जाम और धीमी रफ्तार से लोग घंटों तक फंसे रहे. बारिश ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि प्राधिकरण के दावों और जमीनी हकीकत में कितना अंतर है.
जिले में सभी स्कूलों में अवकाश घोषित
उधर, मौसम विभाग की चेतावनी और लगातार बरसात के कारण गौतमबुद्ध नगर जिले में जलभराव और अन्य खतरों को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए बुधवार 3 सितंबर को सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है.
आदेश के अनुसार, जनपद में संचालित परिषदीय, राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ-साथ सीबीएसई और आईसीएससी से संबद्ध निजी शिक्षण संस्थानों और मदरसों में कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों की छुट्टी रहेगी. यह निर्णय भारी वर्षा के चलते संभावित जोखिम और छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.