- वसई में रक्षाबंधन के दिन ज्योति भानुशाली ने अपने ससुराल में चोरी की साजिश रची थी
- ज्योति ने भेष बदलकर वृद्ध ओधवजी भानुशाली के घर में घुसकर उन्हें बाथरूम में बंद किया था
- चोर ने 1.5 करोड़ रुपये मूल्य के गहनों से भरे दो बैग लेकर घटना स्थल से फरार हो गई थी
वसई में रक्षाबंधन के दिन एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. पुलिस के अनुसार, 27 वर्षीय ज्योति भानुशाली, जो उच्च शिक्षित है और बैंक में नौकरी करती थी, ने यह चोरी की साजिश रची. शेयर बाजार में लाखों रुपये का नुकसान होने के बाद उसने अपनी बहन के ससुराल में चोरी की वारदात को अंजाम दिया. घर में कीमती गहने कहां रखे हैं, इसकी जानकारी उसे पहले से थी.
रक्षाबंधन के दिन, जब घर के लोग बाहर थे, ज्योति भेष बदलकर कर शास्त्री नगर स्थित 67 वर्षीय ओधवजी भानुशाली के घर पहुंची. पहले उसने फ्लैट किराए पर मिलने की पूछताछ की, फिर पानी मांगा और “बाथरूम की दीवार से पानी रिस रहा है” का बहाना बनाकर अंदर पहुंच गई. मौका पाते ही उसने वृद्ध को बाथरूम में बंद किया और 1.5 करोड़ रुपये के गहनों से भरे दो बैग लेकर फरार हो गई. शाम को जब बेटा और बहू घर लौटे तो वृद्ध को बाहर निकाला गया और माणिकपुर पुलिस स्टेशन में डकैती का मामला दर्ज किया गया.
स्कार्फ ने खोल दी पोल
सीसीटीवी फुटेज की जांच में पुलिस ने देखा कि गहनों के बैग ले जा रही महिला ने चेहरे पर स्कार्फ बांध रखा है. यह स्कार्फ पुलिस को पहचान में आ गया- वह भानुशाली की बहू की बहन का था. इसी सुराग के आधार पर मीरा-भाईंदर व वसई-विरार पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तकनीकी जांच कर ज्योति को नावसारी (गुजरात) से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस का बयान
सहायक पुलिस आयुक्त मिलिंद बल्लाळ ने बताया कि पुलिस टीम ने महज 12 घंटे में इस हाई-प्रोफाइल चोरी का पर्दाफाश कर आरोपी को पकड़ लिया.