- मुंबई में भारी बारिश के बीच एक मोनोरेल मंगलवार शाम अचानक बिजली गुल हो जाने से पुल के ऊपर अटक गई.
- एलिवेटेड ट्रैक पर चलने वाली ट्रेन कई घंटों से ऊपर फंसी हुई है. ट्रेन में 100 से ज्यादा यात्री बताए जा रहे हैं.
- दमकल विभाग और अन्य एजेंसियां क्रेन की मदद से बचाव अभियान चला रही हैं. यात्रियों को निकाला जा रहा है.
मुंबई में भारी बारिश के बीच मंगलवार शाम एक मोनोरेल पुल के ऊपर अटक गई. अधिकारियों ने बताया कि एलिवेटेड ट्रैक पर चलने वाली यह ट्रेन कई घंटे तक फंसी रही. खतरे की बात ये थी कि मोनोरेल एक साइड झुक गई थी. दमकल विभाग और अन्य एजेंसियों ने क्रेन की मदद से बचाव अभियान चलाया और मोनोरेल में फंसे यात्रियों को खिड़की तोड़कर निकाला गया. बताया जा रहा है कि मोनो रेल में 582 यात्री थे, जिन्हें निकाल लिया गया है.
बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) ने बताया कि शाम 6:15 बजे चेंबूर और भक्ति पार्क स्टेशनों के बीच मोनोरेल अचानक से बंद हो गई थी. यात्रियों ने तुरंत बीएमसी हेल्पलाइन 1916 पर कॉल किया. उसके बाद मुंबई फायर ब्रिगेड को मौके पर भेजा गया. दमकल विभाग के कर्मचारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर 3 स्नोर्कल वाहनों की मदद से राहत कार्य शुरू किया.
मोनोरेल में यात्रियों की भारी भीड़ थी. पुल के ऊपर अचानक मोनोरेल ठप हो जाने से लोगों में अफरातफरी फैल गई. बिजली सप्लाई ठप होने से एसी बंद हो गए. मोनो रेल के अंदर की तस्वीरों में साफ दिखा कि एसी बंद होने की वजह से यात्री खासे परेशान हो रहे थे. ट्रेन के दरवाजे लॉक्ड होने और भीड़ की वजह से अंदर गर्मी भी काफी बढ़ गई. वीडियो में कई यात्रियों को सांस लेने में भी दिक्कतें होती नजर आईं.
करीब आठ बजे यात्रियों को खिड़की के शीशे तोड़कर बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई. बचावकर्मियों ने पहले मैसूर कॉलोनी के पास पुल पर फंसी चार कोच वाली मोनोरेल को एक अन्य मोनोरेल की मदद से निकटतम स्टेशन तक खींचने की कोशिश की, लेकिन ब्रेक जाम होने से ऐसा नहीं किया जा सका. उसके बाद फायर ब्रिगेड की क्रेन के जरिए लोगों को एक-एक करके निकाला गया.
मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के ज्वॉइन्ट कमिश्नर आयुक्त आस्तिक पांडे ने बताया कि मोनोरेल ओवरलोडेड थी. मोनोरेल की क्षमता 109 मीट्रिक टन है लेकिन मंगलवार को बहुत ज्यादा भीड़ के चलते यह ओवरलोड हो गई. एक मोड़ पर बिजली सप्लाई कट गई और इमरजेंसी ब्रेक की वजह से ट्रेन जाम हो गई.
एमएमआरडीए ने बयान जारी करके कहा कि मुंबई मोनोरेल आरएसटी-4, 104 टन क्षमता से अधिक यात्रियों के साथ, मैसूर कॉलोनी के पास रुक गई. बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण, दमकल विभाग को बचाव अभियान चलाना पड़ा क्योंकि टोइंग असंभव थी. उधर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने घटना के कारणों की जांच कराने की बात कही है.