- मुंबई में मोबाइल चोरी का रैकेट IMEI बदलकर चोरी के फोन बांग्लादेश समेत बाहर बेचने का काम करता था
- संचार सारथी पोर्टल पर 2023 में मुंबई से करीब साढ़े तीस हजार और 2024 में पचास हजार से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं
- संचार सारथी के माध्यम से चोरी हुए मोबाइल फोन की IMEI ब्लैकलिस्ट कर देश में नेटवर्क से ब्लॉक किया जाता है
मुंबई में मोबाइल चोरी का एक बड़ा रैकेट सामने आया है. जांच में पता चला कि चोर सिर्फ फोन चुराते ही नहीं, बल्कि उन्हें रिपेयर कर IMEI बदलकर बांग्लादेश तक बेच भी देते हैं. इस साल जनवरी से सितंबर तक मुंबई में 39,257 मोबाइल चोरी या खोने की शिकायतें संचार सारथी (Sanchar Saathi) पोर्टल पर दर्ज हुईं, जबकि 2024 में यह संख्या 57,098 थी. पुलिस के मुताबिक, कई लोग इस पोर्टल के बारे में नहीं जानते, इसलिए अपना फोन ब्लॉक कराने के लिए शिकायत दर्ज नहीं कराते हैं.
संचार सारथी और CEIR की मदद
संचार सारथी एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जहां आप चोरी या खोए फोन की IMEI नंबर ब्लैकलिस्ट करवा सकते हैं. ब्लैकलिस्ट होने पर फोन किसी भी भारतीय नेटवर्क पर काम नहीं करता. यह सुविधा Central Equipment Identity Register (CEIR) के जरिए दी जाती है. CEIR को 17 मई 2023 को पूरे देश में लॉन्च किया गया, जबकि इसका पायलट प्रोजेक्ट 2019 में कुछ राज्यों में चला था. मुंबई से अब तक 1.5 लाख से ज्यादा शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं. पोर्टल पर यह भी चेक किया जा सकता है कि सेकंड-हैंड फोन चोरी तो नहीं. TAFCOP सेवा से यह भी पता लगाया जा सकता है कि आपके नाम पर कितनी SIM जारी हुई हैं. शिकायत दर्ज करने के लिए www.sancharsaathi.gov.in पर IMEI, FIR और ID प्रूफ सबमिट करना होता है.
मुंबई पुलिस ने लौटाए 27,000 फोन
मुंबई पुलिस ने हाल ही में 27,000 चोरी हुए मोबाइल फोन उनके मालिकों तक वापस लौटाए. CEIR और IMEI ट्रैकिंग से फोन की पहचान पहले से अधिक प्रभावी ढंग से की जा रही है. अब सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं, अन्य राज्यों में भी फोन रिकवर किए जा रहे हैं. लेकिन कई जगह IMEI बदलना आसान है. हाल ही में Crime Branch Unit-6 ने पवई में एक मोबाइल रिपेयर शॉप पर छापा मारा और दो लोगों को गिरफ्तार किया. वहां से कई चोरी के फोन और फोर्ज्ड हैंडसेट जब्त किए गए. आरोपी IMEI बदलकर फोन को चालू करते और फिर बेचते थे.
बांग्लादेश तक तस्करी
जांच में यह भी पता चला कि चोर CEIR की पहुंच से बाहर जाने वाले फोन बेचने के लिए बांग्लादेश जैसे देशों का रुख कर रहे थे. खासकर Vivo, Oppo और Samsung ब्रांड की डिमांड अधिक थी. चुंनाभट्टी पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया और 183 फोन जब्त किए जिनकी कीमत लगभग ₹30.48 लाख बताई गई. पुलिस के मुताबिक, फोनों की मरम्मत कर, IMEI बदलकर और परदें बदलकर इन्हें भेजा जाता था. कई बार फोन को नाव से सीमा पार भी कराया गया. यह रैकेट करीब नौ महीने से सक्रिय था.