- मुंबई में मोबाइल चोरी के बढ़ते मामलों के बीच यूपी के श्याम बनवाल को कल्याण रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है, जो एक अंतरराज्यीय गिरोह का सदस्य था।
- आरोपी मोबाइल फोन चोरी कर religious स्थलों और भीड़भाड़ वाली जगहों से फोन चुराकर मुंबई लाता था और फिर अपने साथियों को अलग-अलग जगह भेजता था।
- अब तक 49 चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनमें से 11 मुंबई, कुछ वाराणसी और पुरी से चोरी हुए थे, कुछ फोन विदेश भी भेजे गए।
मुंबई में मोबाइल चोरी के बढ़ते मामलों के बीच एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. जीआरपी ने कल्याण रेलवे स्टेशन से एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जो देशभर से चोरी हुए मोबाइल फोन इकट्ठा कर मुंबई लाता था और फिर अपने साथियों को दे कर अलग-अलग जगहों पर भेजता था.
यूपी का श्याम बनवाल मुंबई के नालासोपारा में रह कर मोबाइल चोरों का नेटवर्क चला रहा था. कल्याण रेलवे स्टेशन के पास मुंबई जीआरपी ने उसे गिरफ्तार किया तो कई राज खुले.
मुंबई जीआरपी के पुलिस आयुक्त राकेश कला सागर ने कहा कि 2 जुलाई को हमने कल्याण स्टेशन के ज्यूरिडिक्शन से आरोपी को गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान सामने आया कि यह एक रैकेट की तरह काम कर रहा था. ये लोग धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाली जगहों को टारगेट करते हैं. चोरी के फोन्स मुंबई लाकर यहां अपने नेटवर्क को सौंप दिए जाते हैं. अब तक 49 मोबाइल बरामद हुए हैं, जिनमें से 11 मुंबई से चोरी हुए थे. कुछ फोन वाराणसी और पुरी से भी जुड़े हैं. आरोपी ने बताया है कि कुछ मोबाइल विदेश भी भेजे गए हैं, इस पहलू की जांच जारी है.
- जनवरी से अब तक मुंबई में 2,775 मोबाइल फोन चोरी या गायब हुए हैं
- इनमें से 490 फोन एक्टिव हैं
- 421 मोबाइल फोन रिकवर किए जा चुके हैं
- पिछले साल यानी 2024 में ये आंकड़ा 5,000 से ज्यादा था
- हर दिन औसतन 20 से 24 मोबाइल फोन मुंबई की सड़कों से गायब हो रहे हैं
अभी भी इस गिरोह के तीन आरोपी फरार हैं. इस पूरे मामले की जांच अंतरराज्यीय स्तर पर तेज कर दी गई है. ये बात भी खंगाली जा रही है कि कहीं इसमें कोई बड़ा ट्रांजिट नेटवर्क तो नहीं, जो विदेशों तक मोबाइल तस्करी करता है.
धार्मिक स्थलों की भीड़ और रेलवे स्टेशनों को निशाना बना रहे ये मोबाइल चोर अब केवल स्थानीय अपराधी नहीं रहे. ये एक संगठित इंटरस्टेट रैकेट की तरह काम कर रहे हैं, जो मोबाइल चोरी को एक कारोबार की तरह चला रहे हैं. अब सवाल यह है की क्या इन इन चोरी किए फोन का उपयोग क्या कोई आपराधिक गतिविधि को अंजाम देने के लिए भी किया जा रहा है.