मुंबई में दिवाली के मौके पर रात 10 बजे के बाद कई जगहों पर पटाखे चलाए गए. गैर-सरकारी संगठन आवाज फाउंडेशन ने मंगलवार को यह जानकारी दी. आवाज फाउंडेशन की संस्थापक सुमैरा अब्दुलाली ने कहा कि इस वर्ष महानगर में दिवाली उत्सव के दौरान अधिकतम ध्वनि स्तर 109.1 डेसिबल था, जबकि 2020 में 105.5 डेसिबल और 2019 में 112.3 डेसिबल था.
सुमैरा अब्दुलाली ने दावा किया कि शोर इस बार रात 11.45 बजे के बाद भी जारी रहा, हालांकि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि दक्षिण मुंबई में मरीन ड्राइव और दादर के शिवाजी पार्क इलाके में बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे और पटाखे चलाना आधी रात के बाद भी बिना किसी पुलिस मौजूदगी के जारी रहा.
सुमैरा अब्दुलाली ने कहा, 'मुझे जुहू, बांद्रा, वर्ली के नागरिकों से कई शिकायतें मिलीं, जिनमें से कुछ ने पुलिस को ट्वीट भी किया.' ध्वनि नियमों और अदालत के आदेशों के तहत रात 10 बजे तक पटाखे फोड़ने की अनुमति है.
अब्दुलाली ने कहा कि हालांकि उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुसार जहरीले रसायनों वाले किसी भी प्रकार के पटाखों की अनुमति नहीं है, लेकिन जांच में उनकी मौजूदगी का पता चला और दिवाली की रात पटाखे चलाने वाले स्थानों पर काफी अधिक धुआं छा गया.
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