सीधी: मध्यप्रदेश के सीधी जिले में जिलाधिकारी के रवैया के खिलाफ ब्राह्मण समुदाय (संघ) ने अनोखे तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया. ज्ञापन लेने के लिए सीधी के कलेक्टर के नहीं आने पर उन्होंने एक गधे के पुतले को अपना ज्ञापन सौंप दिया.
दरअसल, मध्यप्रदेश के सीधी जिले में पेशाब कांड के बाद राजनीतिक गलियारों में सियासी भूचाल आ गया है. पेशाब कांड से शिवराज सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गई हैं. पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर को बुलडोजर से जिला प्रशासन ने ढहा दिया था, जिसके बाद अब ब्राह्मण समुदाय का गुस्सा प्रशासन पर फुट पड़ा है. आरोप है कि आरोपी के पैतृक संपत्ति मकान पर जिला प्रशासन ने असंवैधानिक तरीके से बुलडोजर चला दिया है. आरोपी ने जो कांड किया है, उसकी सजा उसे मिले. लेकिन उसके परिवार का क्या कसूर, उनके मकान पर बुलडोजर क्यों चलाया गया.
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इसी के विरोध में ब्राह्मण संघ के लोग एकजुट होकर जिला कलेक्टर को कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौपने गये थे, लेकिन ज्ञापन लेने के लिए कलेक्टर नहीं आए. जब घंटो इंतजार करने के बाद कलेक्टर ने समय नहीं दिया तो नाराज होकर लोगों ने गुस्से में एक गधे के पुतले को ज्ञापन दे दिया.
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नाराज लोगों ने डीएम कार्यालय के पास नारियल फोड़ा और वापस लौट गए. लोगों ने शहर के मुख्य मार्गों से रैली निकालते हुए डीएम कार्यालय के पास एक दीवार पर लगाए गए गधे की फोटो को ज्ञापन सौंपा और कहा कि आगामी पितृ पक्ष की अमावस्या तिथि को सभी ब्राह्मण एकजुट होकर श्राद्ध करेंगे.
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अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप ने कहा कि शिवराज सरकार से तानाशाह तो जिले के कलेक्टर हैं, कलेक्टर को ज्ञापन लेने का समय नहीं है. कलेक्टर खुद दोषी हैं क्योंकि उन्होंने आरोपी के परिवार के घर पर बुलडोजर चलाया.