भोपाल: उज्जैन (मध्य प्रदेश) में आज अचानक बदले मौसम के कारण जिले भर में तेज आंधी तूफ़ान के साथ करीब आधा घंटे तक जोरदार बारिश हुई, जिसके चलते महाकाल लोक में स्थापित सप्त ऋषियों की 7 मे से 6 मुर्तिया गिर गई, हालांकि, इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन वहां मौजूद श्रद्धालु बाल बाल बचे, तो वहीं महाकाल लोक में हुए गुणवत्ताहीन निर्माण की पोल भी खुल गई.
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला कलेक्टर मोके पर पहुंचे और मूर्तियों को सुधार के बाद पुन स्थापित करने के निर्देश दिए. वहीं, एक झाड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. बिजली के पोल पर काम कर रहा कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मालवा क्षेत्र में तेज आंधी-तूफान का संज्ञान लिया है. उन्होंने उज्जैन कलेक्टर और उज्जैन संभाग कमिश्नर से फोन पर बात कर राहत-बचाव के निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि आज मालवा क्षेत्र के उज्जैन एवं आसपास के इलाक़ों में तेज तूफ़ान से प्राकृतिक आपदा जैसी स्तिथी उत्पन्न हुई, जिसमे दुर्भाग्य से 2 लोगों की मृत्यु हो गई और 3 लोग घायल हुए. CM ने कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश के लोगों के साथ खड़े होने की बजाए राजनीति कर रही है और बिना किसी तथ्य को सामने रखे भ्रम फैलाने का काम कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, महाकाल लोक में सप्तऋषि की 7 में से 6 मूर्तियां गिरकर खंडित हुई हैं. 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं. इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर 'महाकाल लोक' का लोकार्पण किया था.
डीएम कुमार पुरुषोत्तम ने कहा, बहुत तेज आंधी आई थी. सप्तऋषि की प्रतिमा गिर गई है, जिसमें सिर्फ एक मूर्ति टूटी है और बाकी प्रतिमाएं ठीक है. उन मूर्तियों को वापस ठीक कर दिया जाएगा. क्रेन के माध्यम से मूर्तियों को ठीक किया जाएगा. 1 घंटे तक बहुत तेज आंधी चली है. पूरे जिले में क्षति हुई है. पूरे शहर में पेड़ गिरे हैं और किसी तरह के राशी का नुकसान नहीं हुआ है.
डीएम ने कहा कि सभी लोग मौके पर मौजूद है. पुलिस की टीम और मंदिर प्रशासन के लोग मौके पर मौजूद हैं. सभी प्रतिमांओं को जल्द ही ठीक कर स्थापित कर दिया जाएगा. इन मूर्तियों के 5 साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी कंपनी की है. इसलिए कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.