सीधी कांड को लेकर मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा के आखिरी यानी मानसून सत्र के पहले दिन ही खूब हंगामा हुआ. इस कारण दो बार सदन को स्थगित करना पड़ा. फिर भी हंगामा नहीं रूका तो सत्र को 12 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया. सीधी से 600 किलोमीटर दूर, मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में दशमत रावत के नाम पर विधानसभा में खूब हंगामा हुआ. सदन की कार्यवाही शुरु होते ही राष्ट्रगीत से पहले कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने बात रखनी चाही तो संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्र ने इसे राष्ट्रगीत का अपमान बता दिया.
भाजपा नेता और प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा- कांग्रेस राष्ट्रगीत नहीं होने दे रहे हैं. वहीं कांग्रेस का आरोप था सरकार चर्चा से भाग रही है, वहीं सदन में कांग्रेस के नेताओं ने अपनी ही पार्टी के उस आरोप को नकार दिया जिसमें दशमत रावत को लेकर सवाल उठाये गये थे.
कांग्रेस नेता कमलेश्वर पटेल ने कहा है- अगर गंभीरता से सरकार समझती तो सारा काम रोककर इसपर चर्चा कराते लेकिन सरकार गंभीर नहीं है ये इवेंट वाली सरकार है.
कांग्रेस की तरफ से ये बात कही जा रही है कि दशमत रावत ने स्वीकार किया है कि वो वीडियो में नहीं है. विधानसभा में सीधी कांड पर मामला शांत भी नहीं हुआ कि झाबुआ में एक एसडीएम पर छात्रावास निरीक्षण के दौरान आदिवासी छात्रा से अश्लील हरकत करने और छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं जिसमें एफआईआर दर्ज हो गई है.