मध्यप्रदेश में कुनो से लगे श्योपुर के जंगल के करीब से अगवा किए गए तीन चरवाहों का 72 घंटे बाद भी कोई पता नहीं लगा है. अपहरण करने वालों ने 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी है. पुलिस का कहना है कि वह उन्हें ढूंढ निकालेगी, लेकिन अब लोगों का भरोसा टूटने लगा है. वे चंदा करके फिरौती की रकम जुटाने की कोशिश में जुटे हैं.
श्योपुर के विजयपुर इलाके के जंगलों से बदमाशों ने तीन चरवाहों को अगवा कर लिया. एडीजी सहित पुलिस के तमाम अधिकारी वहां कैंप कर रहे हैं. कई टीमें बन गई हैं लेकिन चरवाहों का कोई सुराग नहीं मिला है. इन टीन टप्पर के झोपड़ों में रहने वाले चरवाहों के परिजनों से 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है. उनका रो-रोकर बुरा हाल है.
पूर्व सरपंच सियाराम बघेल ने बताया कि, ''सात लोगों को पकड़कर ले गए, चार को छोड़ दिया. दो दिन बाद खबर आई 15 लाख लेकर आओ. गुड्डा के मोबाइल से डकैत ने बाद कराई है.''
गांव वाले पुलिस-प्रशासन से निराश हैं. वे अब चंदा करके फिरौती की रकम जुटाने में लगे हैं. ग्रामीण रामजी लाल बघेल ने कहा कि, ''जमीन है नहीं, मवेशी हैं नहीं, पानी है नहीं.. आखिर में क्या करेंगे? जान बचाने के लिए दो, सौ, दो हजार इकट्ठे करके, पैसे देकर बच्चों को बरी कराएंगे.''
जंगल में पुलिस की टीम लगातार सर्चिंग कर रही है. उसका दावा है कि उसके हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं. एसपी आलोक कुमार सिंह ने कहा कि, ''लगातार हमारी टीम लगी है. अज्ञात बदमाशों की सूचना देने के लिए 10000 का इनाम घोषित किया है, जिसे बढ़ाकर 30000 किया है. लगातार टीम लगी है.''
शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात में बदमाशों ने सात लोगों का अपहरण किया था, और उन्हें धोरेट बाबा के जंगल की ओर ले गए थे. उन्होंने देर रात में चार लोगों को छोड़ दिया था.