मध्य प्रदेश/सांची: विश्व भर में शांति का संदेश देने वाली पर्यटन नगरी सांची एक बार फिर मध्य प्रदेश में इतिहास रचने जा रही है. सांची मध्यप्रदेश की पहली सोलर सिटी बनने जा रही है. अब सांची शहर सौर ऊर्जा से रोशन होगा. इसके लिए जोर-शोर से सरकारी कवायद जारी है. सांची शहर के करीब ग्राम नागोरी में पांच मेगावाट के सब स्टेशन तैयार किया जा रहा है. इसके लिए नागोरी पहाड़ी को चुना गया है. इस पहाड़ी पर करीब 1200 सोलर पैनल का कार्य किया जा रहा है. सरकार की मंशा के अनुसार सांची के हर घर को सौर उर्जा से रोशन करना है.
सांची में सड़क किनारे से लेकर हर इलाके में सोलर लाइट लगाई जा रही है. यह लाइट अब रात के अंधेरों में शहरो को सौर उर्जा से रोशन करती हैं. शहर के मुख्य मार्गो पर सौर ऊर्जा के प्याऊ का इंतजाम भी किया गया है. स्तूप रोड पर सौर ऊर्जा से बड़े बड़े ट्री बनाए गए है, जो जलते ही लोगो का आकर्षण का केंद्र भी बने हैं. सांची स्तूप एंट्री से पहले मध्यप्रदेश की पहली सोलर सिटी के बैनर पोस्टरों के जरिए बाहर से आने वाले पर्यटकों को एक संदेश भी दिया जा रहा है.
खास बात तो यह है सांची विद्युत विभाग का अमला शहर वासियों को सोलर सिटी के फायदे गिनवा रहा है. विभाग व्यापारियों को सोलर से जागरूक कर कह रहा है. सोलर लगवाने से एक नही, बल्कि अनेकों फायदे हैं. व्यापारियों को बिजली के बिल से राहत मिलेगी सौर उर्जा से बिजली की बचत होती है तो इसका फायदा सीधा सरकार को होगा. सरकार की आमदनी भी दोगुनी होगी.
व्यापारियों और सरकारी दफ्तरों में लगे पैनल
विद्युत विभाग के समझाइश के बाद अब व्यापारी सोलर पैनल को और कदम बड़ा रहे हैं. सांची शहर की कई होटल सोलर पैनल लेस हो चुकी हैं. कुछ व्यापारियों से सोलर के लिए आवेदन करना भी शुरू कर दिया है. विद्युत विभाग की माने तो सोलर पैनल लगवाने से आम जन को बिजली के बिल में काफी राहत मिलेगी, जिनको 2000 रुपए का बिल आता था. वो बिल 500 रुपए का ही आएगा.
पैनल लगवाने के लिए एक लाख रुपए तक का आएगा खर्च
छोटे परिवार के लिए अगर सोलर पैनल लगवाना है. उसके लिए करीब एक लाख रुपए तक का खर्च आएगा. वहीं, बड़े परिवार को एक लाख से अधिक बजट में इस पैनल का लाभ मिल सकेगा. एक लाख रुपए में सोलर पैनल के जरिए घर रोशन हो सकेगा.
आखिर गरीब बस्तियों में कैसे पहुंचेगा सोलर सिटी प्लान?
सांची शहर के पठार क्षेत्र कहे जाने वाली अधिकतर आबादी मजदूरी कर अपना जीवन यापन करती है. सरकार का ने सांची को हर घर को सोलर पैनल से जगमगाने की मंशा पर प्लान तैयार कर लिया गया है. हर घर को एक लाख खर्च कर सोलर सिटी बनाने का लक्ष्य भी तैयार कर दिया गया. लेकिन गरीब मजदूर वर्ग के लिए सरकार की तरफ से कोई प्लान तैयार नहीं किया गया. आखिर गरीब बस्तियों में आखिर कैसे सोलर सिस्टम पहुंचेगा. यह शहर भर में चर्चा का विषय बना हुआ है.