MP: संतरे के बाग में हॉस्पिटल और झोला छाप डॉक्टरों के भरोसे हैं ये कोविड मरीज

कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है. वहीं, हालत यह हैं कि सुसनेर में झोलाछाप डॉक्टर पेड़ पर बोतलें लटका कर मरीज़ों को स्लाइन चढ़ा रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 19 mins
संतरे के बगीचे में पेड़ के नीचे इलाज कर रहे गांवों के लोग.
नई दिल्ली:

देशभर में कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी के चलते अस्पतालों में बुरा हाल है. कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों में बेड कम पड़ गए हैं, जिससे मरीजों को अपना इलाज कराने में काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है. कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है. वहीं, हालत यह हैं कि सुसनेर में झोलाछाप डॉक्टर पेड़ पर बोतलें लटकाकर मरीज़ों को स्लाइन चढ़ा रहे हैं. भोपाल से करीब 200 किलोमीटर दूर यह मामला सुसनेर से पिड़ावा राजस्थान की ओर जाने वाले रास्ते पर ग्राम धान्याखेडी से करीब आधा किलोमीटर दूर का है.

जानकारी के मुताबिक, यहां निजी चिकित्सक मुख्य सड़क से 200 मीटर की दूरी पर स्थित संतरे के एक बगीचे में दरी और कार्टून बिछाकर मरीज़ों का इलाज कर रहे हैं. वे मरीजों को पेड़ के नीचे लिटाकर उसपर बोतलें लटकाकर बीमारों को स्लाइन चढ़ा रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि इसी जगह पर आसपास के करीब 10 गांवों के मरीज बड़ी संख्या में अपना इलाज करवाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं.

Advertisement

इलाज करा रहे मरीजों को न तो कोरोना का खौफ है और न ही उनके लिए 2 गज की दूरी और मास्क जरूरी है. 

Advertisement

यहां मौजूद मरीजों ने पूछे जाने पर बताया कि उन्हें इस बात का डर है कि अगर सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने गए तो उन्हें कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया जाएगा. इसी खौफ के चलते ग्रामीण क्षेत्रों के लोग झोलाछाप डॉक्टरों पर भरोसा करके इस तरह अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Mumbai Firing BREAKING: नवी मुंबई में D Mart के सामने दिनदहाड़े फायरिंग, एक व्यक्ति घायल
Topics mentioned in this article