न्यू ईयर पार्टी में 'मैं हूं डॉन' गाने पर नाचते हुए कांग्रेस विधायक ने की फायरिंग, केस दर्ज

विधायक सुनील सराफ (Sunil Saraf) ने कहा कि अगर गृह मंत्री ने जांच का आदेश दिया है तो यह अच्छी बात है. वायरल वीडियो की जांच होनी चाहिए. लेकिन FIR जांच होने के बाद ही दर्ज होनी चाहिए थी. कांग्रेस के विधायक होने के कारण पहले केस दर्ज हो गया. उन्होंने कहा कि वो जांच के लिए तैयार हैं.

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सुनील सराफ ने कहा कि वह जांच के लिए तैयार हैं.
भोपाल:

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से कांग्रेस विधायक सुनील सराफ (Sunil Saraf) एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. एक जनवरी को न्यू ईयर के जश्न में उन्होंने अपने लाइसेंसी रिवॉल्वर से फायरिंग की थी. इस वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. सुनील सराफ मध्य प्रदेश के कोतमा विधानसभा से जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं. ओपन फायरिंग का वीडियो वायरल होने पर लोगों ने सवाल उठाया तो सरकार ने कार्रवाई भी शुरू कर दी. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस तरह से फायरिंग करना, लहराना (बंदूक) गलत है. उन्होंने अनूपपुर एसपी को कार्रवाई का निर्देश दिया. इसके बाद अनूपपुर पुलिस ने विधायक सुनील सराफ के खिलाफ IPC की धारा-336, 25 (9) और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया.

विधायक सुनील सराफ ने एक जनवरी को नये साल के जश्न की तस्वीरें भी शेयर की. इसमें जश्न में फायरिंग की बात नहीं लिखी. सिर्फ जनता को शुभकामनाएं दी. विधायक ने जानकारी दी कि मौका उनके जन्मदिन का भी था. उन्होंने जश्न के मौके पर एक ट्वीट किया, 'नया साल 2023 के मौके पर मेरे निजी आवास पर आयोजित सहभोज कार्यक्रम में मेरा आमंत्रण स्वीकार कर सहर्ष पधारते हुए आपने मेरा मान बढ़ाया है. इसके लिए मैं कोटिश: आभार व्यक्त करता हूं. साथ ही मेरे जन्मदिन पर आप सभी से मिली बधाई और ढेर सारी शुभकामनाओं से भी अत्यंत अभिभूत हूं.'

FIR दर्ज होने के बाद दी सफाई
हालांकि FIR दर्ज होने के बाद सुनील सराफ ने सफाई दी कि उन्होंने जिससे फायरिंग की वो "नकली बंदूक" थी. समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए सराफ ने कहा,  "हर साल मैं ये कार्यक्रम आयोजित करता हूं. इस साल भी किया. केक कटता है, पटाखे फूटते हैं. हमलोगों ने दिवाली वाले कुछ तमंचे मंगवाए थे. उससे फोड़ रहे थे. उसे बीजेपी वालों ने बना दिया कि लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग कर रहे थे. वहां सार्वजनिक पार्टी चल रही थी. 4 से 5 हजार लोग आए थे. कैमरे लगे थे. ऐसे में सोचिए कि क्या एक विधायक लाइसेंसी रिवॉल्वर से फायरिंग करेगा. ऐसा संभव है क्या? आरोप गलत हैं."

जांच होनी चाहिए
विधायक ने कहा कि अगर गृह मंत्री ने जांच का आदेश दिया है तो यह अच्छी बात है. वायरल वीडियो की जांच होनी चाहिए. लेकिन FIR जांच होने के बाद ही दर्ज होनी चाहिए थी. कांग्रेस के विधायक होने के कारण पहले केस दर्ज हो गया. उन्होंने कहा कि वो जांच के लिए तैयार हैं.

महिला से छेड़छाड़ के मामले में भी आया था नाम
बता दें, इसके पहले विधायक सुनील सराफ ट्रेन में एक महिला से छेड़छाड़ के मामले में विवादों में आए थे. उनके खिलाफ महिला ने एफआईआर भी दर्ज कराई थी. सराफ को 2018 में कोतमा विधानसभा सीट से कांग्रेस का टिकट मिला था. वे बीजेपी के दिलीप जायसवाल को हराकर पहली बार विधानसभा में पहुंचे.

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