मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना (Morena Illicit Liquor) में BJP की युवा इकाई के पूर्व जिलाध्यक्ष और शासकीय ठेकेदार ने 'आपदा को अवसर' में तब्दील कर दिया. लॉकडाउन (Madhya Pradesh Lockdown) में ठेकेदार के कार्यालय से अवैध तरीके से शराब बेची जा रही थी. पुलिस ने इस मामले में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय जादौन, उसके भाई श्याम जादौन और सरकारी ठेकेदार राहुल सहित 7 लोगों के खिलाफ अवैध शराब रखने व बेचने का मामला दर्ज किया है.
मुरैना के सबलगढ़ तहसील मुख्यालय पर बीच शहर में राहुल ठेकेदार के कार्यालय से शराब बेची जा रही थी. लाइसेंसी ठेकेदार राहुल के कार्यालय से शराब की 80 पेटियां बरामद की गई हैं. शराब की कीमत 4 लाख 80 हजार रुपये बताई जा रही है. पुलिस ने कार्यालय से अवैध देशी-विदेशी व राजस्थान की कुल 477 लीटर शराब बरामद की है.
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पुलिस ने मौके से शराब बिक्री के साढ़े सात लाख रुपये और एक चार पहिया वाहन भी जब्त किया है. पुलिस ने मुनीम और दो सप्लाई करने वाले युवकों को गिरफ्तार किया है. शासकीय शराब ठेकेदार के कार्यालय पर राजस्थान की शराब कैसे पहुंची, पुलिस अब इसकी जांच कर रही है.
मुरैना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर रायसिंह नरवरिया ने इस बारे में बताया कि राहुल ठेकेदार और उनके मुनीम अपने कार्यालय से अवैध शराब बेच रहे थे. मौके से 80 पेटी बरामद की गई हैं. ये करीब 477 लीटर शराब है. इस मामले में 7 आरोपियों के नाम आए हैं. केस दर्ज किया जा रहा है. अभी तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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